नई दिल्ली: केंद्र द्वारा इस वर्ष 50 नए मेडिकल कॉलेजों (30 सरकारी और 20 निजी) को मंजूरी देने के साथ ही देश में एमबीबीएस सीटों (MBBS Seats) की संख्या 1 लाख के आंकड़े को पार करने के लिए तैयार है, इसके अलावा मौजूदा कॉलेजों में लगभग 2,000 सीटें बढ़ रही हैं।
नए स्वीकृत मेडिकल कॉलेज राज्यों में फैले हुए हैं, तेलंगाना के लिए 13 कॉलेज हैं, इसके बाद आंध्र प्रदेश और राजस्थान में पांच-पांच कॉलेज हैं। महाराष्ट्र के लिए चार और असम, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक और तमिलनाडु के लिए तीन-तीन नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर के लिए दो-दो कॉलेज और यूपी, मध्य प्रदेश और नागालैंड के लिए एक-एक कॉलेज को मंजूरी दी गई है।
मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि ये कॉलेज देश में 6,200 एमबीबीएस सीटें जोड़ेंगे जबकि कुछ कॉलेजों को सीटें बढ़ाने की मंजूरी भी मिली है। कुल मिलाकर देश में एमबीबीएस की सीटों में वास्तविक वृद्धि 8,195 होगी। एक अधिकारी ने कहा, “इसके साथ, भारत में मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या 702 हो गई है और एमबीबीएस सीटों की संख्या 1,07,658 हो गई है।”
“सरकार देश में डॉक्टरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एमबीबीएस सीटें बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। साथ ही, इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि चिकित्सा शिक्षा के इच्छुक बच्चों को विदेश नहीं जाना पड़ेगा।’
2014 में देश में करीब 53,000 एमबीबीएस सीटें थीं। अधिकारियों ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में यह संख्या दोगुनी हो गई है। एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने देश में चिकित्सा शिक्षा के विस्तार के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें एमबीबीएस सीटों को बढ़ाने के लिए मौजूदा मेडिकल कॉलेजों को मजबूत करने या अपग्रेड करने के लिए एक केंद्रीय योजना शामिल है।
सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में उठाए गए एक सवाल के जवाब में कहा था कि 2014 के मुकाबले पोस्ट ग्रेजुएट सीटों की संख्या भी दोगुनी हो गई है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)