नई दिल्लीः 2021 में प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पहली बार ‘मन की बात’ (Mann ki Baat) के माध्यम से देश को संबोधित किया। ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसानों द्वारा की गई हिंसा का जिक्र किया और कहा कि 26 जनवरी (26 January) को दिल्ली में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान से देश दुखी है।
यह उनके मासिक रेडियो कार्यक्रम का 73वां संस्करण है जो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2021-22 की प्रस्तुति से ठीक एक दिन पहले प्रसारित हुआ।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, जब मैं ‘मन की बात’ करता हूं तो ऐसा लगता है, जैसे आपके बीच, आपके परिवार के सदस्य के रूप में उपस्थित हूं. हमारी छोटी-छोटी बातें, जो एक-दूसरे को, कुछ, सिखा जाए, जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव जो, जी-भर के जीने की प्रेरणा बन जाए- बस यही तो है ‘मन की बात’।
प्रधानमंत्री ने कहा, राष्ट्र ने असाधारण कार्य कर रहे लोगों को उनकी उपलब्धियां और मानवता के प्रति उनके योगदान के लिए सम्मानित किया. इस साल भी पुरस्कार पाने वालों में वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया है। उन्होंने आगे कहा, इन सबके बीच, दिल्ली में, 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख, देश, बहुत दुखी भी हुआ। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है। अपने देश को, और तेज गति से, आगे ले जाना है।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में अराजक दृश्य देखे गए, क्योंकि किसानों का एक वर्ग कृषि कानूनों का विरोध में निर्धारित समय से पहले ही शहर में घुस आए और उत्पात मचाया। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। लेकिन उनकी ये कोशिश नाकाम रही।
पीएम के मन की बात के मुख्य अंश
26 जनवरी को तिरंगे को अपमानित करते देख देश को बहुत पीड़ा हुई
हम न केवल दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चला रहे हैं, बल्कि हम दुनिया में सबसे तेज गति से अपने नागरिकों का टीकाकरण भी कर रहे हैं। भारत ने 15 दिनों में 30 लाख कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण किया है
जबकि अमेरिका जैसे उन्नत देश को ऐसा करने में 18 दिन लगे और ब्रिटेन को 36 दिन लगे।
आपने टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में देखा होगा कि भारत दूसरों की मदद करने में सक्षम है क्योंकि भारत आज दवाओं और टीकों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर है।
मेड इन इंडिया टीका, निश्चित रूप से, भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, यह देश के आत्म-गौरव का प्रतीक भी है।
पद्म पुरस्कारों ने अनसुने नायकों को सम्मानित करने की हालिया परंपरा को जारी रखा है।
सरकार खेती को आधुनिक बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और अनेक कदम उठा भी रही है। सरकार के प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।
क्रिकेट पिच से भी बहुत अच्छी खबर मिली। हमारी क्रिकेट टीम ने शुरुआती दिक्कतों के बाद, शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती। हमारे खिलाड़ियों की मेहनत और टीम वर्क प्रेरित करने वाला है।
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