नई दिल्ली: पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सेना के जवानों के लिए ‘पिटाई’ शब्द का इस्तेमाल कर दिया था। अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस विवाद पर लोकसभा में कहा है कि सेना के लिए पिटाई जैसे शब्दों का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। वे इस प्रकार की भाषा के हकदार नहीं हैं। वे कहते हैं कि मैंने सुना है कि कुछ लोग मेरी समझदारी पर सवाल उठा रहे हैं। जब पता चलता है कि ये सुझाव कहा से आ रहा है, मैं सिर्फ सम्मान में झुक सकता हूं। लेकिन जवानों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से निशाने पर नहीं लेना चाहिए। हमारे जवान तो 13000 फीट की ऊंचाई पर सीमा की रक्षा कर रहे हैं। उनके लिए पिटाई जैसे शब्द का इस्तेमाल करना ठीक नहीं। उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
विदेश मंत्री ने इस बात पर भी नाराजगी जाहिर की कि राहुल गांधी ने सरकार पर इस मुद्दे पर उदासीन होने का आरोप लगा दिया। उन्होंने दो-टूक जवाब देते हुए कहा कि अगर हम चीन के प्रति उदासीन होते तो सीमा पर सेना क्यों भेजते, अगर हम उदासीन होते तो डी-एस्केलेशन और डिसइंगेजमेंट की बात क्यों करते। हम क्यों कहते कि हमारे चीन के साथ रिश्ते सामान्य नहीं हैं। जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक विरोध किया जा सकता है, विचार भी अलग रह सकते हैं, लेकिन सेना का अपमान नहीं करना चाहिए।
राहुल गांधी के बोल
बता दें कि कुछ दिन पहले मीडिया से बात करते वक्त राहुल गांधी ने भारत-चीन सीमा विवाद पर साफ कहा था कि भारत सरकार सो रही है और चीन लगातार अक्रामक नीति अपना रहा है। उन्होंने बोला था कि चीन के मामले पर सरकार लगातार इग्नोर कर रही है। हिंदुस्तान की सरकार सोई हुई है और चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है। चीन ने हमारे दो हजार किलोमीतर स्क्वायर को कब्जा लिया है और हमारे जवानों को पीट रहे हैं।