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ISRO की बड़ी उड़ान, श्रीहरिकोटा से लॉन्च हुआ ओशनसैट-3

भारत के Polar Satellite Launch Vehicle-C54 ने शनिवार सुबह आंध्र प्रदेश में रॉकेट बंदरगाह से इंडो फ्रेंच अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट ईओएस 6 और 8 नैनो सैटेलाइट के साथ उड़ान भरी।

नई दिल्ली: ISRO ने हाल ही में निजी क्षेत्र के मिशन को लॉन्च करके इतिहास रचने के बाद शन सैट सीरीज के 3rd जेनरेशन का सैटेलाइट ओशनसैट -3 के साथ 8 नैनो सैटेलाइट को लॉन्च किया। इस मिशन को शनिवार को सुबह श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया।

मिशन का प्राथमिक पेलोड ओशनसैट सीरीज के थर्ड जेनरेशन सैटेलाइट Oceansat-3 है। Oceansat सीरीज के सैटेलाइट अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट हैं, जो कि समुद्र विज्ञान और वायुमंडलीय अध्ययन के लिए समर्पित हैं। इसके अलावा यह सैटेलाइट समुद्री मौसम का पूर्वानुमान करने में सक्षम है, जिससे देश किसी भी चक्रवात के लिए पहले से तैयार रहे।

इसी सीरीज के पहले उपग्रह Oceansat -1 को 26 मई 1999 को लॉन्च किया गया था… फिर Oceansat 2 को 23 सितंबर 2009 को लॉन्च किया गया था। वहीं 2016 में Oceansat 2 के स्कैनिंग स्केटरोमीटर खराब होने के बाद ScatSat -1 लॉन्च किया गया। इसी सीरीज के थर्ड जनरेशन सैटेलाइट Oceansat 3 को रविवार को प्रक्षेपित किया जाएगा। इस सीरीज के सैटेलाइट में ओशन कलर मॉनिटर मौजूद रहे। इस मिशन में भी ओशन कलर मॉनिटर OCM3, सी सर्फेस टेंपरेचर मॉनिटर, ku-band स्केट्रोमीटर और ARGOS जैसे पेलोड है।

ईओएस-06 ओशनसैट-3 के अलावा 8 नैनो सैटेलाइट में पिक्सेल से आनंद, इसरो भूटानसैट, ध्रुव अंतरिक्ष से दो थायबोल्ट और स्पेसफ्लाइट यूएसए से चार एस्ट्रोकास्ट प्रक्षेपित किए गए।

ये पूरा मिशन लगभग 2 घंटे 20 मिनट तक चलने वाला है जो कि PSLV का लंबा मिशन होगा। इस दौरान प्राथमिक उपग्रहों और नैनो उपग्रहों को दो अलग-अलग सोलर सनक्रोनस पोलर ऑर्बिट्स में लॉन्च किया।