नई दिल्ली में भी दोनों देश के प्रधानमंत्री और प्रतिनिधिमंडल स्तर के बातचीत के बाद रेलखंडों के हस्तांतरण की औपचारिकता पूरी की गई!
भारत के जयनगर से वाया जनकपुर नेपाल के कुर्था से बिजलपुरा तक 17.5 किलोमीटर में बनाये गए रेलखंड गुरुवार को नेपाल रेलवे को हस्तगत करा दिया गया। रेलखंड के निर्माण में लगे भारतीय कम्पनी इरकॉन के अधिकारियों ने जहां नेपाल रेलवे के अधिकारियों को रेलखंड से सम्बंधित सभी कागजात सौंपते हुए हैंडओवर व टेकओवर की प्रक्रिया पूरी की वहीं नई दिल्ली में दोनों देशों के प्रधानमंत्री व प्रतिनिधिमंडल के उपस्थिति में रेलखंडों के हस्तांतरण की औपचारिकता पूरी की गई।
बताते चलें कि नेपाली प्रधानमंत्री के आधिकारिक चार दिवसीय भारत यात्रा के अवसर पर भारत के तरफ से नेपाल को दो रेलखंडों का तोहफा दिया गया है। इरकॉन के संयुक्त निदेशक विवेक निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार दो रेल प्रोजेक्ट नेपाल को सौंपे गए। एक तरफ जहां नेपाल को जयनगर से बिजलपुरा तक 17.5 किलोमीटर का रेलखंड सौंपा गया वहीं बथनाहा से विराटनगर तक बनाये जा रहे रेलखंड के प्रथम चरण में बथनाहा से नेपाल कस्टम यार्ड तक 7 किलोमीटर का रेलखंड भी नेपाल रेलवे को सौंपा गया।
बताते चलें कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ चार दिवसीय भारत यात्रा पर बुधवार से नई दिल्ली में हैं। गुरुवार को दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद भारत सरकार द्वारा बनाये गए दो रेलखंड नेपाल रेलवे को सौंपे जाने की औपचारिकता दोनों देशों के प्रधानमंत्री की उपस्थिति में सम्पन्न की गई। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों देशों के प्रधानमंत्री के उपस्थिति में आयोजित प्रतिनिधिमंडल स्तर के वार्ता में जल विद्युत परियोजना, इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट निर्माण समेत अन्य कई महत्वपूर्ण विषयों पर समझौते हुए। नेपाली प्रधानमंत्री अपने यात्रा के दौरान उज्जैन महाकाल के दर्शन और इंदौर शहर की यात्रा कर वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था को भी बारीकी से समझेंगे।
जयनगर से नेपाल के कुर्था तक चलाये जा रहे सवारी गाड़ी का विस्तारीकरण बिजलपुरा तक जुलाई के प्रथम सप्ताह में किये जाने की संभावना सूत्रों द्वारा व्यक्त की जा रही है।