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इब्तिदा ए-इश्क है रोता है क्या, आगे-आगे देखिए होता है क्या: ओवैसी

पटना में विपक्षी नेताओं की महाबैठक पर AIMIM चीफ का तंज

नई दिल्ली: विपक्षी पार्टियों ने आगे की रणनीति को लेकर बिहार के पटना में शुक्रवार (23 जून) को बैठक की। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने इस पर कई सवाल उठाते हुए कहा कि मीटिंग में शामिल हुए नेताओं का ट्रैक रिकॉर्ड देखा जाना चाहिए।

सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) फिर से प्रधानमंत्री बने, लेकिन बैठक में गए नेताओं का पिछला रिकॉर्ड क्या है? क्या ये सही नहीं है कि कांग्रेस और बीजेपी सत्ता में रही। बिहार के सीएम नीतीश कुमार रेल मंत्री थे जब गोधरा हुआ। वो बीजेपी के साथ रहे। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बीजेपी के कारण बने। इसके बाद महागठबंधन बनाया फिर बीजेपी में वापसी कर ली। अब फिर से उन्होंने बीजेपी छोड़ दी।

एआईएमआईएम के चीफ ओवैसी ने आगे कहा कि शिवसेना अब सेक्यूलर पार्टी बन गई है। यह वही उद्धव ठाकरे हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए विधानसभा में कहा था कि उन्हें बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) गिराने पर गर्व है।

ओवैसी ने कहा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) वही हैं जिन्होंने बीजेपी का लोकसभा में 370 का समर्थन किया था। नीतीश कुमार वो जो कि दंगे होने पर अपने ही जिले नहीं गए थे। ऐसे में हम नहीं जानते आगे क्या होता है। देखते हैं कि भविष्य में क्या होता है।

ओवैसी ने आगे कहा कि इस स्थिति में दो ही उर्दू शेर याद आते हैं। पहला- इब्तिदा ए-इश्क है रोता है क्या आगे-आगे देखिए होता है क्या। दूसरा- हनूज़ दिल्ली दूर अस्त यानी कि दिल्ली अभी दूर है।