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Election Results 2024: क्या हो पाएगा मोदी का तीसरी बार राजतिलक?

क्या भाजपा तीसरी बार सरकार का गठन कर रिकार्ड बना पाएगी? क्या उसके सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी और जनता दल यूनाइटेड उसका सरकार बनाने में सहयोग करेंगे?

Election Results 2024: लोकसभा चुनाव में विपक्षी ‘भारत’ गठबंधन को मिली सीटों ने सबको चौंकने पर मजबूर कर दिया, लेकिन आज जब वोटों की गिनती खत्म हुई तो यह लगभग तय हो गया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ही फिर से सरकार बनाने जा रहा है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2019 के बहुमत के आंकड़े से बहुत पीछे रह गई है। 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अकेले ही बहुमत का आंकडा पार करते हुए 303 सीटें जीतीं थीं और उनके घटक दलों ने 50 सीटें जीती थीं।

हालांकि, इस बार भी 543 सदस्यीय लोकसभा में 240 सीटें जीतकर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है, लेकिन बहुमत के आंकडे से वह काफी पीछे रह गई। इसलिए पार्टी को इस बार गठबंधन सरकार का नेतृत्व करना होगा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल कर इतिहास रचने जा रहे हैं। उनसे पहले जवाहरलाल नेहरू लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बने थे।

अब सवाल ये उठता है कि क्या भाजपा तीसरी बार सरकार का गठन कर रिकार्ड बना पाएगी? क्या उसके सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी और जनता दल यूनाइटेड उसका सरकार बनाने में सहयोग करेंगे? दोनों दलों के पास 28 सीटें है जो एनडीए सरकार बनाने में महत्वपूर्ण साबित होने वाली हैं। आज दिल्ली में एनडीए के घटक दलों की मीटिंग हैं।

सूत्रों के मुताबिक विपक्ष के कुछ नेता नीतिश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के संपर्क में हैं।

मोदी ने एनडीए को मिले बहुमत को भारत के इतिहास में ‘अभूतपूर्व क्षण’ करार दिया। आज शाम भाजपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे मोदी ने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि वे उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नई ऊर्जा, नए उत्साह, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ेंगे।

हालांकि, चुनाव नतीजे एग्जिट पोल के अनुमानों से बिल्कुल उलट रहे और भाजपा का गढ़ माने जाने वाले हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ। सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा, जहां भाजपा 33 सीटों पर सिमट गई। पिछले चुनाव में पार्टी ने वहां 62 सीटें जीती थीं।

इसी तरह राजस्थान और हरियाणा में भी भाजपा की सीटें घटीं। लेकिन पिछले कई सालों की मेहनत ने दक्षिण में भाजपा के पैर मजबूत किए और उसने पहली बार केरल में अपना खाता खोला। पार्टी ने त्रिशूर सीट जीती।

पूर्वी भारत में उसने ओडिशा का विधानसभा चुनाव जीता और नवीन पटनायक की बीजू जनता दल को हराकर पहली बार सरकार बनाने जा रही है। उसे वहां लोकसभा की 21 में से 19 सीटें भी मिलती दिख रही हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को 292 सीटें मिलीं हैं, लेकिन केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए भाजपा को गठबंधन में शामिल दलों पर निर्भर रहना होगा। उसकी सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी आंध्र प्रदेश में 16 सीटें जीतीं और जनता दल यूनाइटेड को बिहार में 12 सीटें जीतीं हैं। ये दोनों सरकार चलाने और उसकी नीतियां तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

कांग्रेस के नेतृत्व वाले अखिल भारतीय गठबंधन ने एनडीए को उम्मीद से कहीं ज्यादा कड़ी चुनौती दी है और 232 सीटें जीतकर जबरदस्त टक्कर दी है। इसलिए इन चुनावों के साथ ही गठबंधन की राजनीति का दौर फिर से शुरू हो रहा है। राहुल गांधी ने कहा है कि इंडिया भी सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।

चुनाव नतीजे स्पष्ट होने के बाद मोदी ने कहा, ‘‘आज की जीत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जीत है। यह भारत के संविधान के प्रति अटूट निष्ठा की जीत है। यह विकसित भारत के संकल्प की जीत है। यह सबका साथ-सबका विकास के मंत्र की जीत है। यह 140 करोड़ भारतीयों की जीत है।’’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव नतीजों को जनता और लोकतंत्र की जीत बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह जनता और लोकतंत्र की जीत है। इस बार जनता ने किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया।’’