राष्ट्रीय

ED ने Money Laundering मामले में पुणे स्थित मुस्लिम धार्मिक ट्रस्ट की संपत्ति कुर्क की

ईडी ने डिप्टी कलेक्टर को फर्जी दस्तावेज जमा करके तबुत इनाम एंडोमेंट ट्रस्ट (TIET) की भूमि के अधिग्रहण के खिलाफ 8.67 करोड़ रुपये के मुआवजे का दावा करने के लिए आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ पुणे पुलिस द्वारा दायर एक प्राथमिकी और चार्जशीट के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) जांच शुरू की।

नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत पुणे (Pune) स्थित एक मुस्लिम धार्मिक ट्रस्ट (Muslim religious trust) के बैंक खाते में पड़े 7.17 करोड़ रुपये के अलावा 1.50 करोड़ रुपये के एक आवासीय अपार्टमेंट को अस्थायी रूप से कुर्क किया है।

ईडी ने डिप्टी कलेक्टर को फर्जी दस्तावेज जमा करके तबुत इनाम एंडोमेंट ट्रस्ट (TIET) की भूमि के अधिग्रहण के खिलाफ 8.67 करोड़ रुपये के मुआवजे का दावा करने के लिए आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ पुणे पुलिस द्वारा दायर एक प्राथमिकी और चार्जशीट के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और तबुत इनाम एंडोमेंट ट्रस्ट (Tabut Inam Endowment Trust) के पदाधिकारियों के रूप में प्रतिरूपण जांच शुरू की।

ईडी की जांच से पता चला कि मोहम्मद इशराक खान के साथ मिलकर इम्तियाज मोहम्मद हुसैन, चांद रमजान मुलानी, सतीश राजगुरु, संतोष कांबले और अन्य के रूप में पहचाने गए आरोपियों ने टीआईईटी को फर्जी बनाया। उन्होंने विभिन्न व्यक्तियों के जाली हस्ताक्षर भी किए जिन्हें उनके फर्जी दस्तावेजों में टीआईईटी के ट्रस्टी के रूप में दिखाया गया था और उक्त फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके टीआईईटी के नाम पर एक बैंक खाता खोला गया था।

8.67 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि आरोपी व्यक्तियों द्वारा खोले गए TIET के बैंक खाते में जमा की गई थी और बाद में एक आवासीय फ्लैट और व्यक्तिगत लाभ की खरीद के लिए डायवर्ट की गई थी।

पुलिस ने कहा कि आगे की जांच जारी है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)