Wayanad landslides: केरल के वायनाड के मेप्पाडी इलाके में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में करीब 100 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। मंगलवार, 30 जुलाई, 2024 की सुबह वायनाड के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मरने वालों में से ज़्यादातर लोग चाय और इलायची के बागानों में काम करते थे और भूस्खलन के समय अपने अस्थायी टेंट में सो रहे थे।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि अब तक कम से कम 93 शव बरामद किए गए हैं और 128 घायलों का जिले के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने यह नहीं बताया कि कितने लोग लापता हैं या मलबे में फंसे हुए हैं।
बचाव अभियान जारी है, लेकिन भारी बारिश के कारण इसमें बाधा आ रही है। पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला का हिस्सा वायनाड एक पहाड़ी जिला है, जो मानसून के मौसम में भूस्खलन की चपेट में रहता है।
The death toll in Wayanad landslides has reached 89.
Rescue operations are still ongoing.#WayanadLandslide #WayanadRains #KeralaLandslide pic.twitter.com/TRbJwxwiqX
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) July 30, 2024
मुख्यमंत्री विजयन ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि पूरा इलाका ही खत्म हो गया है। बचावकर्मियों ने अब तक 93 शव बरामद किए हैं, लेकिन संख्या में बदलाव हो सकता है। 128 लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूस्खलन में मरने वाले 34 लोगों के शवों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से 18 को पीड़ितों के परिवारों को सौंप दिया गया है।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि सरकार बचाव कार्य जारी रखेगी क्योंकि कई लोग अंदर फंसे हो सकते हैं या बह सकते हैं।
केरल के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने वायनाड में 45 और पूरे राज्य में 118 राहत शिविर खोले हैं, जिनमें 5,531 लोग रह रहे हैं। विजयन ने कहा कि अग्निशमन बल, एनडीआरएफ और पुलिस मिलकर काम कर रहे हैं।
सेना और नौसेना के विभिन्न डिवीजन बचाव कार्यों में कंधे से कंधा मिलकर काम कर रहे हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)