राष्ट्रीय

चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ के अगले 24 घंटों के दौरान और सघन होने का अनुमान

नई दिल्लीः पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बेहद उग्र चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ पिछले 6 घंटों के दौरान लगभग 11 किमी प्रति घंटे की गति से लगभग उत्तर दिशा की ओर बढ़ा तथा आज, 16 मई, 2021 को भारतीय मानक समय 05.30 बजे 15.9 डिग्री उत्तर के अक्षांश तथा 72.7 डिग्री पूर्व के देशांतर के […]

नई दिल्लीः पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बेहद उग्र चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ पिछले 6 घंटों के दौरान लगभग 11 किमी प्रति घंटे की गति से लगभग उत्तर दिशा की ओर बढ़ा तथा आज, 16 मई, 2021 को भारतीय मानक समय 05.30 बजे 15.9 डिग्री उत्तर के अक्षांश तथा 72.7 डिग्री पूर्व के देशांतर के निकट, पणजी-गोवा से लगभग 130 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, मुंबई के 450 किमी दक्षिण, विरावल, (गुजरात) के 700 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व तथा करांची (पाकिस्तान) के 840 किमी दक्षिण पूर्व में केंद्रित रहा।

अगले 24 घंटों के दौरान इसमें और तेजी आने का अनुमान है। इसके उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने तथा 17 तारीख की शाम तक गुजरात तट पर पहुंचने और 18 मई की सुबह पोरबंदर तथा महुवा (भावनगर जिला) के बीच से गुजरने की बहुत संभावना है।

चेतावनी:

वर्षा:

केरल: 16 को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम तथा अलग अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और 17 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।

16 को कर्नाटक (तटीय एवं समीपवर्ती घाट जिले): अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा अलग अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।

कोंकण एवं गोवा: 16 मई को कोंकण एवं गोवा तथा समीपवर्ती घाट क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का और 17 मई को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।

गुजरात: 16 मई की दोपहर से सौराष्ट्र के तटीय जिलों के ऊपर कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा शुरु होने का तथा 17 को सौराष्ट्र एवं कच्छ तथा दीव के ऊपर अलग अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा और 18 मई को सौराष्ट्र एवं कच्छ तथा दीव के ऊपर अलग अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा अलग अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (≥ 20 सेमी )होने का अनुमान है।

राजस्थान: 19 मई को दक्षिण राजस्थान के ऊपर तथा 19 मई को राजस्थान के ऊपर कई स्थानों पर हल्की से मध्यम तथा अलग अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।

हवा की चेतावनी

पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर 130-140 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 155 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने वाली प्रचंड वायु व्याप्त है। 16 मई की सुबह से पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर इसके और बढ़कर 145-155 किमी प्रति घंटे तथा 170 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है।

16 मई को दक्षिण महाराष्ट्र-गोवा तथा समीपवर्ती कर्नाटक तटों के साथ आंधी के 80-90 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 100 किमी प्रति घंटे, 16 को उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र के निकट तेज हवा के 50-60 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे की गति से बहने का अनुमान है। 17 मई से लेकर 18 मई की सुबह तक उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र के निकट इसमें और तेजी आकर इसके 65-75 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 85 किमी प्रति घंटे की गति से बहने का अनुमान है।

16 मई की सुबह से उत्तर पूर्व अरब सागर तथा दक्षिण गुजरात एवं दमन तथा दीव के तटीय क्षेत्रों के ऊपर तेज हवा के 40-50 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे की गति से बहने का अनुमान है तथा धीरे धीरे इसके और तेज होकर उत्तर पूर्व अरब सागर तथा गुजरात के तटीय क्षेत्रों (पोरबंदर, जूनागढ़, गिर, सोमनाथ, अमरेली) में तूफानी रूप लेकर 150-160 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 175 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाने का अनुमान है फिर 18 मई के सुबह के समय गुजरात की देवभूमि द्वारका, जामनगर, भावनगर जिलों के ऊपर 120-150 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 165 किमी प्रति घंटे की गति से बहने का अनुमान है। 17 मई की मध्य रात्रि से लेकर 18 मई की सुबह तक दादर, नागर हवेली, दमन, वालसाड, नवसारी, सूरत भरुच, अहमदाबाद, आणंद जिलों के दक्षिणी हिस्सों में आंधी वाली हवा के 70-80 किमी प्रति घंटे तथा और बढ़कर 90 किमी प्रति घंटे की गति से बहने का अनुमान है।

समुद्र की स्थिति

16 मई को पूर्व मध्य अरब सागर में तथा 17 एवं 18 मई को समुद्र की स्थिति बहुत उग्र से अत्यधिक उग्र बनी रहेगी।

16 मई को महाराष्ट्र-गोवा तटीय क्षेत्रों तथा 17 मई की सुबह उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति बहुत उग्र से बहुत अधिक उग्र बनी रहेगी। 17 मई की सुबह से इसके गुजरता के तटीय क्षेत्रों में और 17 मई की आधी रात से बहुत उग्र से अत्यधिक उग्र होने का अनुमान है।

तूफान बढ़ने की चेतावनी

जूनागढ़ में खगोलीय ज्वार से लगभग 1-2.5 मीटर ऊपर ज्वार की लहरों से दीव, गिर, सोमनाथ, अमरेली, भरुच, भावनगर, अहमदाबाद, आणंद, सूरत के तटीय क्षेत्रों के जलमग्न होने की आशंका है तथा वर्षा के जमीन से टकराने के दौरान देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, कच्छ तथा गुजरात के शेष तटीय जिलों में 0.5-1 मीटर ऊंची लहर आने का अनुमान है।

मछुआरों को चेतावनी

पूर्व मध्य अरब सागर तथा कर्नाटक-गोवा-महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में मछली से संबंधित समस्त प्रचालनों को पूरी तरह स्थगित कर दिया गया है।

17 मई से उत्तर पूर्व अरब सागर तथा गुजरात के तटीय क्षेत्रों में मछली से संबंधित समस्त प्रचालनों को पूरी तरह स्थगित कर दिया गया है।

मछुआरों को उत्तर पूर्व अरब सागर तथा कर्नाटक के तटों पर 17 मई की सुबह तक और 18 मई तक पूर्व मध्य अरब सागर तथा कर्नाटक-गोवा के तटीय क्षेत्रों और उत्तर पूर्व अरब सागर तथा गुजरात के तटीय क्षेत्रों में नहीं जाने का सुझाव दिया गया है।

जो लोग उत्तरी अरब सागर में समुद्र में गए हुए हैं, उन्हें तट पर लौट आने का सुझाव दिया गया है।

(क) गुजरात के कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, जामनगर और भावनगर जिलों में नुकसान की आशंका:

फूस के घर पूरी तरह ध्वस्त/कच्चे मकानोंको व्यापक नुकसान। पक्का घरों को कुछ नुकसान। उड़ने वाली चीजों से संभावित खतरा।
बिजली तथा संचार के खंभे मुड़ सकते हैं/उखड़ सकते हैं
कच्ची एवं पक्की सड़कों को बड़ा नुकसान, निकलने के रास्तों पर बाढ़, रेलवे, ओवरहेड पावर लाइनों तथा सिग्निलिंग सिस्टमों को हल्के नुकसान।
साल्ट पैन्स तथा खड़ी फसलों को व्यापक नुकसान, झाड़ी वाले पेड़ों के उखड़ने की आशंका
छोटी नौकाएं, कंट्री क्राफ्ट मूरिंग्स से अलग हो सकते हैं।
दृश्यता गंभीर रूप से प्रभावित

(ख) देवभूमि द्वारका, राजकोट, बोटाड तथा मोरबी जिलों के अनुमानित नुकसान:

फूस के घरों/झोपड़ियों को भारी नुकसान। घर की छतें उड़ सकती हैं। बिना जुड़ी हुई धातु की चादरें उड़ सकती हैं।
बिजली तथा संचार के खंभों को थोड़ा नुकसान
कच्ची सड़कों को बड़ा नुकसान एवं पक्की सड़कों को कुछ नुकसान। निकलने के रास्तों पर बाढ़।
पेंड़ों की शाखाओं का टूटना, बड़े ऐवेन्यू पेड़ों का उखड़ना, केले एवं पपीते के पेड़ को मामूली नुकसान, बड़ी सूखी टहनियां पेंड़ से उखड़ सकती हैं।
तटीय फसलों को नुकसान
बांधों/ साल्ट पैन्स को नुकसान

सुझाए गए कदम

संवेदनशील क्षेत्रों से निकासी पर जोर
मछली प्रचालनों को पूरी तरह स्थगित कर देना
रेल एवं सड़क यातायात का विवेकपूर्ण विनिमयन
प्रभावित क्षेत्रों में लोग अपने घरों में रहें
मोटर बोट तथा छोटी नौकाओं में आवाजाही असुरक्षित

Comment here