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एलोपैथ को धरती में गाड़ के रहेंगे, फिर बाबा रामदेव का विवादित बोल

राष्ट्र उपयोगी युवा बनने की दी प्रेरणा, आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति नहीं, आदर्श जीवन जीने का तरीका भी : सीएम धामी

हरिद्वार: योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि आयुर्वेद का जितना महत्व है, उतना ही गो माता का भी है। आयुर्वेद से गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है। आयुर्वेद का भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि गो माता के दूध में मेधा शक्ति बढ़ाने का सामर्थ्य है। उन्होंने आयुर्वेद को दूसरी पैथी से बेहतर बताते हुए कहा कि सामान्य बुखार से लेकर कोरोना का इलाज आयुर्वेद में बेहतर है। योग गुरु ने चुटकी लेते हुए कहा कि वह किसी पैथी का विरोध नहीं करते, बल्कि सभी के प्रति सिंपैथी रखते हैं।

बाबा रामदेव ने आयुर्वेद के विद्यार्थियों को काम पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर देते हुए फिर विवादित बयान देते हुए कहा कि समेकित प्रयास से एक दिन वह एलोपैथ को धरती में गाड़ के रहेंगे। योग, आयुर्वेद, स्वदेशी और सनातन का ऐसा झंडा गाड़ेंगे कि सारी दुनिया इसके नीचे आएगी। बाबा रामदेव ने यह बात ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय पशु चिकित्सा एवं आयुर्वेद संगोष्ठी के समापन पर कही। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। उन्‍होंने कहा कहा कि आयुर्वेद केवल चिकित्सा पद्धति नहीं वरन आदर्श जीवन जीने का तरीका भी है।

राष्ट्रीय योगासन खेल फेडरेशन की ओर से जोधपुर (राजस्थान) में 19 से 21 मार्च तक आयोजित होने वाली तृतीय सीनियर नेशनल योगासन खेल प्रतियोगिता के लिए उत्तराखंड की टीम जोधपुर के लिए रवाना हुई।

प्रतियोगिता के लिए पतंजलि विश्वविद्यालय, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, श्रीदेव सुमन गढ़वाल विश्वविद्यालय और आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज देहरादून के राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का चयन हुआ है।

पतंजलि विवि में 8 से 17 मार्च तक आयोजित प्रशिक्षण शिविर के दौरान पतंजलि विवि के कुलाधिपति बाबा रामदेव ने खिलाड़ियों से भेंट की और राष्ट्र उपयोगी युवा बनने की प्रेरणा दी। कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने खिलड़ियों को उत्तराखंड के लिए जीत का आशीर्वाद दिया।