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Agnipath Protests: देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन, 12 ट्रेनें जलाई गईं, स्टेशनों में तोड़फोड़

सशस्त्र बलों के लिए केंद्र की नई अल्पकालिक भर्ती नीति, ‘अग्निपथ’ का विरोध कई राज्यों में फैल गया है और इसने हिंसक रूप ले लिया है। गुस्साई भीड़ ने कई ट्रेनों में आग लगा दी और भाजपा कार्यालयों और नेताओं को हमले किए।

नई दिल्लीः नई सैन्य भर्ती नीति, ‘अग्निपथ’ (Agnipath) को लेकर गुस्साई भीड़ ने कई ट्रेनों में आग लगा दी। कई राज्यों में पुलिस के साथ झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हालांकि सरकार ने इस योजना का बचाव करते हुए इसे ‘परिवर्तनकारी’ बताया है।

सशस्त्र बलों के लिए केंद्र की नई अल्पकालिक भर्ती नीति, ‘अग्निपथ’ का विरोध कई राज्यों में फैल गया है और इसने हिंसक रूप ले लिया है। गुस्साई भीड़ ने कई ट्रेनों में आग लगा दी और भाजपा कार्यालयों और नेताओं को हमले किए। इस हिंसा के बाद सत्तारूढ़ दल को यह अहसास हो़ रहा है कि बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की समस्याएं पार्टी और उसकी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती हैं।

वारंगल में एक व्यक्ति की मौत
तेलंगाना के सिकंदराबाद में वारंगल के एक 19 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और 15 से अधिक घायल हो गए क्योंकि हिंसक विरोध दक्षिणी राज्य में फैल गया। नई योजना को लेकर बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों में हिंसक आंदोलन हो रहे हैं।

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रेणु देवी के घर पर हमला
नई भर्ती योजना के विरोध में बिहार में पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर हमला किया गया और आग लगा दी गई। रेणु देवी ने एनडीटीवी को बताया, ‘‘इस तरह की हिंसा समाज के लिए बहुत खतरनाक है। प्रदर्शनकारियों को याद रखना चाहिए कि यह समाज के लिए एक नुकसान है। बुधवार से शुरू हुई हिंसा का खामियाजा बिहार को भुगतना पड़ा है।

बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। सरकार ने कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स का दुरुपयोग इन 12 जिलों में शांति के हितों के लिए हानिकारक होने की संभावना है।

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उत्तर प्रदेश में भी बवाल
उत्तर प्रदेश में, भीड़ ने आज सुबह बलिया में एक रेलवे स्टेशन में प्रवेश किया और एक ट्रेन के डिब्बे में आग लगा दी। पुलिस द्वारा उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करने से पहले भीड़ ने रेलवे स्टेशन की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। वाराणसी, फिरोजाबाद और अमेठी में भी विरोध प्रदर्शन हुए, जिससे सरकारी बसों और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। अलीगढ़ में एक स्थानीय भाजपा नेता की कार में आग लगा दी गई।

300 से अधिक ट्रेनें प्रभावित
रेलवे के अनुसार, बुधवार को विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से कम से कम 12 ट्रेनों में आग लगा दी गई है और 300 से अधिक अन्य ट्रेनें इस हिंसक विरोध से प्रभावित हुई हैं – 214 ट्रेनें रद्द कर दी गईं, 11 डायवर्ट की गईं और 90 ट्रेनें अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचीं।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘‘मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल न हों और रेलवे की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं। रेलवे देश की संपत्ति है।’’

(एजेंसी इनपुट के साथ)