कानपुर: 1984 में भड़के सिख दंगे (Sikh riots) में दर्ज हत्या और डकैती के मामले में एसआईटी ने 4 आरोपितों को बुधवार को घाटमपुर से गिरफ्तार कर लिया है। इन चारों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार करने वाली टीम को 50 हजार के इनाम की घोषणा की गई है।
1 नवंबर 1984 को निराला नगर में दंगाइयों ने एक इमारत में आग लगा दी थी, जिसमें एक दर्जन से अधिक सिख परिवार रहते थे। घटना के बाद पड़ोसी वीरेंद्र सिंह ने किदवई नगर थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
एसआईटी के डीआईजी बालेंदु भूषण सिंह ने बताया की घटना में चार सिखों की हत्या हुई थी। सरदार रक्षपाल सिंह और भूपेंद्र सिंह को तीन मंजिला इमारत की छत से नीचे फेक दिया गया था। वहीं, गुरुदयाल सिंह भाटिया के बेटे सतवीर सिंह भाटिया को गोली मारी गई थी।
भीड़ ने घर में घुस कर डकैती डाली और घर को आग के हवाले कर दिया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में 28 आरोपितो को चिन्हित किया गया था। जिसमे घाटमपुर से 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ये हुए गिरफ्तार
शिवपुरी घाटमपुर निवासी सफीउल्ला (64), जलाला घाटमपुर निवासी योगेंद्र सिंह उर्फ बब्बन बाबा (65), वेंदा घाटमपुर निवासी विजय नारायण सिंह उर्फ बच्चन सिंह (62) और अब्दुल रहमान उर्फ लंबू (65)। इसके अलावा अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।