दोस्तों, आपने निश्चित ही सोशल मीडिया पर द जय कुमार शो का एपिसोड 2 जिसमें मनीषा केलकर का साक्षात्कार किया गया, जो की प्रेरणा से ओतप्रोत है और जिसमें मनोरंजन का तड़का भी भरपूर है, जिसे सार्वजनिक रूप से बहुतों ने देखा और पसंद किया है।
12 जुलाई 2021, द जय कुमार शो “जय हो” के एपिसोड में मनीषा केलकर प्रसिद्ध अभिनेत्री जिनका साक्षात्कार दिखाया गया जोकि निश्चित रूप से शानदार, लाजवाब व सुपर हिट रहा। जय कुमार की आकर्षक प्रस्तुति बहुत ही प्रशंसनीय और सरहानीय है।
कौन हैं मनीषा केलकर?
मनीषा केलकर का जन्म सन 1986 में मुंबई में हुआ और उनके पिता राम केलकर जो की भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध निर्देशक एवं एवं डायलॉग राइटर हैं और माँ जीवन कला जो की प्रसिद्ध अभिनेत्री रही है, के यहां हुआ। इनके पिता हिंदी फिल्मों के जाने-माने स्क्रिप्ट राइटर और डायलॉग राइटर रह चुके है। मनीषा ने अपनी स्नातक की डिग्री बीएससी माइक्रोबायोलॉजी में प्राप्त की। मराठी फिल्मों से वर्ष 2007 में फिल्मी जिंदगी की शुरुआत की और मराठी फिल्मो में अपने अभिनय का लोहा मनवाया और हिंदी फिल्मों में भी अपनी निरंतर सफल फिल्मों में इस बहुमुखी अदाकारा ने बेहतरीन अभिनय कर देश की जनता का मन जीत लिया।
मनीषा केलकर एक सफल फिल्मी अदाकारा होने के साथ-साथ एक बेमिसाल फॉर्मूला-4 कार रेसर चैंपियन और कुशल प्रशिक्षित कत्थक नृत्यांगना भी हैं। मनीषा केलकर ने बहुत सारे पुरस्कार जीते हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने बहुत सारे फिल्म अवॉर्ड फंक्शन व वर्ल्ड क्रिकेट शोज की भी सफलतापूर्वक मेज़बानी की है।
मनीषा केलकर वर्ष 2009 में हिंदी फिल्म “लॉटरी”, 2013 में “बंदूक” जैसी फिल्मों में सशक्त भूमिका निभाई। वर्ष 2019 में मनीषा ने “झोल” फिल्म में अपने अभिनय का लोहा मनवा लिया और निरंतर हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय से सबको चकित कर रही हैं। मनीषा केलकर की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए और उन्होंने अपनी जिंदगी में आई कठिनाइयों का सामना जिंदादिली से किया।
मनीषा ने अपने साक्षात्कार में यह भी बताया की वह किस तरह दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी और उनको काफी चोटें आईं। फिर भी उन्होंने आपा नहीं खोया और निरुत्साहित बिल्कुल भी नहीं हुई। उन्होंने इस दुर्घटना के बाद अपने आपको प्रोत्साहित किया और एक फार्मूला-4 कार रेसर चैंपियन बनकर पूरी दुनिया को दिखलाया।
मनीषा केलकर से जब जयकुमार ने सवाल किया कि मनीषा कौन है, मनीषा केलकर जी मुस्कुराती हुई, मासूमियत से कहने लगी कि वह खुद भी नहीं जानती। मनीषा ने बेबाक होकर एक मशहूर डायलॉग सुनाया, जिसे उनके पिता राम केलकर ने लिखा था और मशहूर कलाकार शत्रुघ्न सिन्हा पर फिल्माया गया जो की काफी मशहूर हुआ था। मनीषा ने बड़े ही आत्मविश्वास और आत्मविभोर होकर वह डायलॉग सुनाया, जो इस प्रकार हैः
जली को आग कहते हैं, बुझी को राख कहते हैं
जिस आग से बारुद बने, उसे विश्वनाथ कहते हैं।
मनीषा केलकर ने बताया के उन्हें जो भी संस्कार मिले हैं अपने पिता राम केलकर और माता जीवन कला से मिले हैं, जिन्हे वह अपना गुरु भी मानती हैं। उनके पिता राम केलकर जिन्होंने कई हिंदी फिल्मों की कहानी और पटकथा लिखी और कई फिल्मों का सफल निर्देशन व लेखन भी किया जिनमें मुख्य रुप से खलनायक, राम लखन, हीरो, विश्वनाथ, कालीचरण, आप की कसम एवं आंधियां है।
जयकुमार ने साक्षात्कार में मनीषा केलकर को उनके काम के लिए, उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए काफी सराहना की एवं भविष्य के लिए सफलता हेतु शुभकामनाएं भी दीं।
मनीषा केलकर का चेहरा ना केवल मासूमियत, खूबसूरती और खुशी से भरा हुआ था, बल्कि उन्होंने अपनी प्यारी सी मुस्कुराहट और अपने आत्मविश्वास से भरपूर होकर ‘द जयकुमार शो’ में बेबाकी से अपनी जिंदगी के बारे में दर्शकों को रूबरू करवाया। मनीषा ने अपने सभी “जय हो” दर्शकों के लिए यह पैगाम दिया कि सफलता का एक ही मंत्र है कि जो भी कार्य करो वो पूरी लग्न, शिद्दत और कड़ी मेहनत से करो, तो सफलता निश्चित ही आपके कदमों में होगी। मनीषा केलकर हम सबके लिए एक प्रेरणास्रोत और सफलता का जीवंत उदाहरण है।
Comment here
You must be logged in to post a comment.