मुम्बई: शो ‘नाम रह जाएगा’ (naam rah jaega) पुरानी यादों और टाइमलेस मेलोडीज का एकदम परफेक्ट मिक्स है और हर एपिसोड की एक खास कहानी है जो इंडस्ट्री के जाने-माने गायकों द्वारा सुनाई जाती है। इस शो ने दर्शकों का दिल जीत लिया है और वे लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के जीवन के एक नए चैप्टर के बारे में ज्यादा जानने के लिए आने वाले एपिसोड को देखने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं।
ऐसे में अगर आप भी लता मंगेशकर से प्यार करते हैं, तो आप निश्चित रूप से यह जानकर हैरान होंगे कि उन्होंने बॉलीवुड में भारतीय संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को कैसे पेश किया था। ‘नाम रह जाएगा’ के इस एपिसोड में हम आपको उनकी मुलाकात की कहानी बताएंगे और बताएंगे कि कैसे वे सुरिले गानों के गढ़ बने।
लताजी की आवाज में “मैं लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल को पहली बार शंकर जयकिशन के पास ले गयी, और मैंने उनसे कहा कि लक्ष्मीकांत मैंडोलिन को खूबसूरती से बजाते हैं, कृपया उन्हें रखें। प्यारेलाल एक संगीतकार के बेटे थे, और वह वायलिन बजाना सीख रहे थे, लेकिन वह बहुत युवा थे।
असल में, ये दोनों बच्चे थे, जब मैं उन्हें जानती थी, तो वे हमारे यहाँ आते थे, बैठते थे, खाते थे और जहाँ भी मैं जाती थी, मेरे पीछे-पीछे आते थे। मुझे याद है, एक दिन वे मेरे पास आए और कहा हम एक फिल्म कर रहे हैं। मैं बहुत खुश थी, यहाँ तक की उन्होंने मुझे अपने जीवन का पहला गाना गाने के लिए कहा और मैंने आभारी थी। और इस तरह से उन्होंने अपनी संगीत यात्रा शुरू की।”
स्टारप्लस की 8 एपिसोड सीरीज ‘नाम रह जाएगा’ के जरिए लेजेन्ड्री लता मंगेशकर को खास श्रद्धांजलि देने के लिए भारत के सबसे लोकप्रिय 18 गायक एक साथ आए है।
इसमें सोनू निगम, अरिजीत सिंह, शंकर महादेवन, नितिन मुकेश, नीति मोहन, अलका याज्ञनिक, साधना सरगम, उदित नारायण, शान, कुमार शानू, अमित कुमार, जतिन पंडित, जावेद अली, ऐश्वर्या मजूमदार, स्नेहा पंत, प्यारेलाल जी, पलक मुच्छल और अन्वेशा का नाम शामिल है।
इसका हर एपिसोड स्टार प्लस पर हर रविवार शाम 7 बजे प्रसारित होता है। शो की कल्पना और निर्देशन साईबाबा स्टूडियोज के गजेंद्र सिंह ने किया है।