मुम्बई: इस गीत ने लाखों लोगों के दिल को छूआ है और जमकर इस रचना पर प्यार और स्नेह बरसाया है। यह गीत उन पुलिस अधिकारियों को समर्पित है, जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपने प्रियजनों को खो दिया। इसके अलावा, अभिषेक के पास ‘याद आती है’ के संबंध में अपने जीवन से साझा करने के लिए एक और दिलचस्प मनोरंजक कहानी है।
अभिषेक सिंह ने बताया, “पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान काफी गंभीर खतरों का सामना करना पड़ता है। मेरे पिता जो एक पुलिस अधिकारी के रूप में कार्यरत थे, एक बार बुंदेलखंड क्षेत्र के सुदूर गाँव में तैनात थे। हम सभी एक साथ रहते थे लेकिन एक परिवार के रूप में हम उन खतरों से अनजान थे जो उन्होंने झेले थे। जब वह अपने कर्तव्य के तहत अपना काम कर रहे थे उस दौरान उन्हें एक कठोर डाकू नेता द्वारा धमकी दी गई कि वह चल रही आपराधिक गतिविधियों में पीछे हट जाए और हस्तक्षेप न करे नही तो पूरे परिवार की सुरक्षा के लिए गंभीर परिणाम झेलना पड़ेगा, लेकिन मेरे पिता निडर होकर देश की सेवा करते रहे। ‘याद आती है’ एक पुलिस अधिकारी की ऐसी ही कहानी को पेश करती है।
यह कहानी हमारे अधिकारियों द्वारा हमारे समाज में शांति और तालमेल को बनाए रखने के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए सामना किए गए जोखिमों की गवाही के रूप में है। ‘याद आती है’ वास्तव में हमारे बहादुर पुरुषों और महिलाओं के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में है जो देश की सेवा करना जारी रखते हैं। अभिषेक सिंह के शानदार अभिनय के साथ दिल को छू लेने वाली गीत निसंदेह एक उत्कृष्ट रचना है।