शनिदेव (Shanidev) की पूजा को लेकर कई तरह के सवाल लोगों के मन में उठते रहते हैं। इन्हीं में से एक सवाल यह भी है कि महिलाओं को शनिदेव की पूजा करनी चाहिए या नहीं? आइए जानते हैं, शास्त्र इसके बारे में क्या कहता है।
पूजा में सावधानी जरूरी
शनि देव की पूजा बहुत सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि इसमें की गई एक गलती भी जिंदगी को संकट में डाल सकती है। खासतौर पर ऐसे लोग जो बुरे या अनैतिक काम करते हैं, वे तो हमेशा ही शनि की नजर में रहते हैं। इसलिए उन्हें न्याय का देवता कहा जाता है।
जहां तक महिलाओं द्वारा शनि देव की पूजा करने का सवाल है तो कुंडली में शनि की बुरी स्थिति से बचने के लिए वे उनकी आराधना कर सकती हैं। शनि की कुदृष्टि से निजात पाने के उपाय कर सकती हैं लेकिन उन्हें गलती से भी शनि देव की मूर्ति को छूना नहीं चाहिए। नहीं तो उन्हें अपनी जिंदगी में भारी संकट का सामना कर पड़ सकता है।
क्यों नहीं छूना चाहिए मूर्ति
महिलाओं को शनि देव की मूर्ति या उनके शिला रूप को छूना नहीं चाहिए। धर्म-शास्त्रों के मुताबिक ऐसा करने से महिलाओं पर शनि की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा पुराणों में कहा गया है कि शनि देव की नकारात्मकता का असर महिलाओं पर ज्यादा पड़ता है, इसलिए उन्हें शनि की मूर्ति छूने या उस पर तेल चढ़ाने से बचना चाहिए।
इसकी जगह वे शनि मंदिर में शनि की शिला या पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक लगाएं। इसके अलावा वे शनि संबंधित चीजों का दान करके भी शनि देव की कृपा पा सकती हैं।
ऐसे लोग जो कैंसर, एड्स, कुष्ठरोग, किडनी, लकवा, साइटिका, हृदयरोग, डायबिटीज और चर्म रोग जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हें, उन्हें शनि से संबंधित उपाय कर लेने से बहुत राहत मिलेगी।
(laatsaab.com में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और लोक आस्थाओं पर आधारित है, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसे लोगों की सामान्य रुचि को ध्यान में रखते हुए यहां प्रस्तुत किया गया है।)