धर्म-कर्म

Amarnath Yatra: 30 जून से बाबा बर्फानी के कपाट खुलेंगे श्रद्धालुओं के लिए

भोले के दर्शन करने वालों के लिए बड़ी खुशी की खबर है। श्राइन बोर्ड (Shrine Board) ने इस साल करीब दो साल से बंद पड़ी अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) 30 जून से शुरू करने का फैसला किया है। इस बार यह यात्रा करीब 45 दिनों की होगी। इसका समापन पहले की ही तरह रक्षाबंधन पर होगा।

नई दिल्ली: भोले के दर्शन करने वालों के लिए बड़ी खुशी की खबर है। श्राइन बोर्ड (Shrine Board) ने इस साल करीब दो साल से बंद पड़ी अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) 30 जून से शुरू करने का फैसला किया है। इस बार यह यात्रा करीब 45 दिनों की होगी। इसका समापन पहले की ही तरह रक्षाबंधन पर होगा। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की बैठक में अमरनाथ यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद अब श्रद्धालु अगले महीने 2 अप्रैल से इसके लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। एक दिन में 20 हजार लोगों का ही रजिस्ट्रेशन होगा।

दरअसल, कश्मीर के बर्फीले मैदानों में सफेद चादर से सजी धरती, ठंडी हवाओं का झोंका, कड़ाके की ठंड, बर्फ से ढके पेड़, सफेद चादर से ढके मैदान, जहां जमीन पर हर जगह होता है जन्नत का नजारा! वहीं, दूसरी तरफ बाबा बर्फानी की यात्रा के दौरान चिकित्सा सेवाओं और जरूरी सेवाओं की देखरेख एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान चिकित्सा सेवाओं (Medical Facilities) पर भी श्राइन बोर्ड का पूरा जोर है। सिक्स सिग्मा को जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑन-द-गो चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए चुना गया है।

राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम को शेषनाग, महागणस टॉप और श्री अमरनाथ गुफा में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए जगह आवंटित की गई है, जहां सिक्स सिग्मा की टीम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी स्वास्थ्य सेवाएं देगी।

इस वर्ष श्री अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होकर रक्षा बंधन (कुल 43 दिन) तक चलेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस वर्ष तीर्थयात्रियों की संख्या बहुत अधिक होने की संभावना है, क्योंकि पिछले दो वर्षों से श्री अमरनाथ जी की यात्रा केवल प्रतीकात्मक रूप में कोविड-19 के कारण आयोजित की गई थी।

आपको बता दें कि यात्रा के लिए सरकार की ओर से कुछ गाइड लाइन भी तय की गई हैं। 12,730 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण शुरू में राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 16 वर्ष से अधिक और 65 वर्ष तक की आयु के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।

यात्रा पर केवल तीर्थयात्री ही जा सकेंगे और उन्हें पहले की ही तरह यात्रा के पंजीकरण के दौरान अपना स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जमा करना होगा। इसके बिना किसी भी यात्री को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।