अनमोल कुमार
दुनिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग व नंदी भी हैं यहां, 10 लाख नदियों के पानी से इंद्र ने किया था यहां अभिषेक
आज कर्नाटक (Karnataka) के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां एक करोड़ शिवलिंग (1 crore Shivlinga) बने हुए है। इसे दुनिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग (Biggest Shivlinga) भी माना जाता हैं। इस मंदिर के हर कोने में आपको महादेव (Mahadev) के होने का अहसास होगा।
एक शाप के कारण हुई थी मंदिर की स्थापना
कर्नाटक (Karnataka) कोलार (Kolar) के कोटिलिंगेश्वर मंदिर (Kotilingeshwara Temple) के बारे में ऐसा माना जाता है कि इसकी स्थापना एक शाप के कारण हुई है।
मान्यताओं के अनुसार, जब भगवान इंद्र को गौतम ऋषि ने शाप दिया था तो उन्होंने शाप से मुक्ति पाने के लिए कोटिलिंगेश्वर मंदिर में शिवलिंग को स्थापित किया था। इतना ही नहीं, शाप से मुक्ति पाने के लिए इंद्र ने यहां मौजूद शिवलिंग का अभिषेक 10 लाख नदियों के पानी से किया था।
दुनिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग
इस मंदिर में स्थित शिवलिंग की ऊंचाई 108 फीट है, जिस कारण इसे दुनिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग माना जाता है। मंदिर के चारों तरफ करीब 1 करोड़ छोटे-छोटे शिवलिंग स्थापित किए गए हैं और इनके चारों तरफ देवी मां, श्री गणेश और श्री कुमारस्वामी की प्रतिमाएं हैं।
नंदी की सबसे बड़ी मूर्ति
छोटे-छोटे शिवलिंग के बीच में नंदी भगवान की मूर्ति भी स्थित है इस मंदिर में शिवलिंग ही नहीं बल्कि नंदी की मूर्ति भी सबसे बड़ी है।नंदी भगवान की यह मूर्ति 35 फीट ऊंची, 60 फीट लंबी, 40 फुट चौड़ी है, जो 4 फीट ऊंचे और 40 फुट चौड़े चबूतरे पर स्थापित है।
शिवलिंग स्थापित करके भक्तों की होती है इच्छापूर्ति
इस मंदिर में आए दिन शिवलिंग की संख्या बढ़ती ही जा रही है। दरअसल, भक्त अपनी इच्छा पूरी होने के बाद यहां शिवलिंग स्थापित करके जाते हैं, इसी कारण यहां 1 करोड़ से भी ज्यादा शिवलिंग स्थापित हो गए हैं। सावन और शिवरात्रि के समय में यहां भीड़ दोगुनी हो जाती है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु के अलावा पर्यटक भी आते हैं।