धर्म-कर्म

शनिदेव की हैं 8 पत्नियां, जिनका जप करने से बड़े संकट भी टल जाएंगे

अनमोल कुमार शनिदेव (Shanidev) की 8 पत्नियों के बारे में कम लोगों को ही जानकारी होगी। ये भी मान्यता है कि अगर शनिवार (Saturday) के दिन शनिदेव के साथ ही उनकी 8 पत्नियों (Wifes) के नाम का जाप भी किया जाए तो जीवन के बड़े संकट भी टल जाते हैं। शनिदेव (Shanidev) बहुत जल्द क्रोधित […]

अनमोल कुमार

शनिदेव (Shanidev) की 8 पत्नियों के बारे में कम लोगों को ही जानकारी होगी। ये भी मान्यता है कि अगर शनिवार (Saturday) के दिन शनिदेव के साथ ही उनकी 8 पत्नियों (Wifes) के नाम का जाप भी किया जाए तो जीवन के बड़े संकट भी टल जाते हैं। शनिदेव (Shanidev) बहुत जल्द क्रोधित होने वाले देवता हैं, ऐसे में शनिवार को उनका पूजन विधि-विधान से किया जाना चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है कि जो भी व्यक्ति शनिदेव की पत्नियों का नाम जप करता है उस पर भी शनिदेव (Shanidev) अपनी कृपा बरसाते हैं।

ज्योतिष (Astrology) में शनिदेव (Shanidev) को न्यायप्रिय (fair) बताया गया है। इसी कारण हम जो कर्म करते हैं उन कर्मों के हिसाब से शनिदेव फल प्रदान करते हैं। किसी की कुंडली (Kundali) में अगर शनि की साढ़े साती (Sadhe Sati) हो उस वक्त शनिदेव उसे सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। ऐसे वक्त में शनिदेव की ज्यादा से ज्यादा उपासना करना चाहिए।

शनिवार को करें इस मंत्र का जाप
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिया। कंटकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा।।शनेर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्। दुःखानि नाशयेन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखम।।

पत्नियों के ये हैं नाम
ध्वजिनी, धामिनी, कलहप्रिया, कंकाली, तुरंगी, कंटकी, महिषी और अजा।

इन बातों का शनिवार को रखें ध्यान
शनिवार के दिन शनिदेव (Shanidev) की प्रतिमा पर काले तिल, तेल को चढ़ाएं। सूर्योदय से पहले उठकर व्रत रखने का संकल्प लें.– शनिवार को लोहा या लोहे से बने उत्पाद, तेल की खरीदी करने से बचें। सभी बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें और किसी से भी अपशब्द न कहें। गरीबों और बेसहारा लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें, इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।

शनिवार व्रत के लाभ
शनिवार का उपवास (Fasting) करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। शनि पूजन से शनिदेव के क्रोध से सुरक्षा मिलती है। इससे राहु, केतु से भी रक्षा होती है। शनिवार व्रत करन से शनिदेव (Shanidev) प्रसन्न होते हैं और इससे जीवन में खुशहाली आती है। शनिवार व्रत से परिवार में पुत्र, पौत्र की प्राप्ति होने की भी मान्यता है। सूर्योदय के समय शनि पूजन (Shani Pujan) करने पर व्रत का श्रेष्ठ फल मिलता है।