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Panch Mandir: इस मंदिर में स्थापित है राधा-कृष्ण के साथ सूर्यदेव की सिद्ध मूर्ति

कपूरथला स्थित पंच मंदिर (Panch Mandir) का निर्माण कपूरथला स्टेट के महाराजा फतेह सिंह ने 1831 में तैयार करवाया था। यह मंदिर 12 साल में तैयार हुआ था। यह मंदिर 200 साल पुराना और ऐतिहासिक है। यह भारत का दूसरा ऐसा मंदिर है, जहां सूर्य भगवान और राधा-कृष्ण के मंदिर में सुशोभित प्रतिमा पर हर सुबह सूरज की किरणें सीधी पड़ती हैं।

Panch Mandir: कपूरथला स्थित पंच मंदिर (Panch Mandir) का निर्माण कपूरथला स्टेट के महाराजा फतेह सिंह ने 1831 में तैयार करवाया था। यह मंदिर 12 साल में तैयार हुआ था। यह मंदिर 200 साल पुराना और ऐतिहासिक है। यह भारत का दूसरा ऐसा मंदिर है, जहां सूर्य भगवान और राधा-कृष्ण के मंदिर में सुशोभित प्रतिमा पर हर सुबह सूरज की किरणें सीधी पड़ती हैं।

देश का पहला मंदिर उड़ीसा के कोणार्क में स्थित सूर्य मंदिर है। कोणार्क मंदिर को राजा नरसिम्हा देव ने 1278 ईस्वी में तैयार करवाया था।

वहीं, 200 साल पहले महाराजा फतेह सिंह ने कपूरथला में पंच मंदिर तैयार करवाया। पंच मंदिर में सबसे सामने भगवान राधा-कृष्ण का पुरातन मंदिर है। वो कहीं से भी देखें एक जैसे नजर आएंगे। इमारत भी चारों तरफ से एक जैसी ही है। सबसे अद्भुत बात यह है कि भक्त यहां के मुख्य रजत द्वार (परक्रमा) 150 फीट पीछे से ही सभी मूर्तियों को प्रणाम कर सकता है।

मंदिर परिसर में दुर्गा माता का मंदिर, श्री गणेश जी का मंदिर और शिव मंदिर भी सुशोभित है। अब मंदिर परिसर में वासुदेव और देवकी मंदिर, शनिदेव मंदिर और श्री लक्ष्मी-नरायण जी के मंदिर भी सुशोभित कर किए गए हैं। मान्यता है कि यहां भगवान राधा-कृष्ण के मंदिर में 40 दिन आरती करने पर हर मनोकामना पूरी होती है।

सूर्यदेव को कनक व गुड़ का भोग से आंखों की रोशनी और दरिद्रता होती है दूर
पंच मंदिर के दूसरे कोने पर सूर्यदेव का पुराना मंदिर है। जहां सात घोड़ों पर विराजमान सूर्य देव की पुरानी सिद्ध मूर्ति है। रविवार को कनक और गुड़ का भोग लगाने से आंखों की रोशनी और दरिद्रता दूर हो जाती है। इसकी खासियत यह है कि सूर्य भगवान की प्रतिमा पर हर सुबह सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं।

मंदिर के मुख्य पुजारी कृष्ण लाल ने बताया कि यह मंदिर 200 साल पुराना है, लेकिन आज भी भगवान की मूर्तियां और इमारत वैसी की वैसी है। हर साल इमारत को पेंट किया जाता है।