धर्म-कर्म

शिव-पार्वती का चमत्कारिक मंदिर, मूर्तियों से निकलती है ठंडी हवा

यह मंदिर उड़ीसा (Odisha) के टिटलागढ़ (Titlagarh) में मौजूद है। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर के दरवाजे बंद कर देने पर इस मंदिर के अंदर बहुत अधिक ठंडक बढ़ जाती है।

यह मंदिर उड़ीसा (Odisha) के टिटलागढ़ (Titlagarh) में मौजूद है। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर के दरवाजे बंद कर देने पर इस मंदिर के अंदर बहुत अधिक ठंडक बढ़ जाती है। परंतु इस मंदिर के बाहर इतनी गर्मी रहती है कि 5 मिनट अगर व्यक्ति खड़ा हो जाए तो उसका पूरा शरीर पसीने से भींग जाता है। बाहर इतनी गर्मी रहती है कि आपको लू भी लग सकती है। शिव-पार्वती का यह मंदिर बहुत ही चमत्कारिक है।

उड़ीसा का टिटलागढ़ सबसे गर्म क्षेत्रों में माना गया है, परंतु इस स्थान पर कुम्हड़ा पहाड़ पर शिव पार्वती का मंदिर मौजूद है। जो अपने आप में बहुत से रहस्य छुपाए हुए हैं। यहां पर पथरीली चट्टाने हैं, जिसकी वजह से यहां बहुत ही भयंकर गर्मी रहती है, परंतु इतनी गर्मी होने के बाद भी इस मंदिर के अंदर का मौसम ठंडा रहता है। इस मंदिर के अंदर गर्म मौसम का कोई भी प्रभाव नहीं रहता है। इस मंदिर के पुजारियों का ऐसा बताना है कि इस मंदिर में स्थापित देव प्रतिमाओं से ही ठंडक उत्पन्न होती है। भगवान शिव जी और माता पार्वती जी की मूर्तियों से ठंडी हवा निकलती रहती है, जो पूरे मंदिर को ठंडा कर देती है।

ऐसा भी कहना है कि इस मंदिर के बाहर का वातावरण जैसे-जैसे गर्म होता रहता है और धूप बढ़ती रहती है उसी के साथ-साथ मंदिर के अंदर का तापमान भी ठंडा होता रहता है। गर्मियों के मौसम में इस मंदिर का तापमान इतना घट जाता है कि कंबल ओढ़ने की नौबत आ जाती है।भगवान शिव जी और माता पार्वती जी के इस चमत्कारिक मंदिर के बाहर बहुत ही भयंकर गर्मी रहती है परंतु इस मंदिर के अंदर वातावरण बिल्कुल ठंडा रहता है।

इस मंदिर के रहस्य को जानने के लिए वैज्ञानिकों ने काफी कोशिश की थी, परंतु आज तक इसका कोई रिजल्ट प्राप्त नहीं हो पाया है। इस मंदिर का रहस्य अभी तक सुलझाने में वैज्ञानिक भी असफल साबित हुए हैं।