धर्म-कर्म

पूजा करते समय ये हो तो समझे संकेत, भगवान आपके साथ हैं!

पूजा करते वक्त कुछ संकेत ऐसे होते हैं जो सीधे तौर पर भगवान का इशारा होते हैं इन इशारों का मतलब बहुत गहरा होता है और यह सिर्फ उन खास लोगों के साथ घटित होता है जिन पर साक्षात भगवान की कृपा हो तो आइए जानते हैं उन चार विशेष संकेतों के बारे में। जब […]

पूजा करते वक्त कुछ संकेत ऐसे होते हैं जो सीधे तौर पर भगवान का इशारा होते हैं इन इशारों का मतलब बहुत गहरा होता है और यह सिर्फ उन खास लोगों के साथ घटित होता है जिन पर साक्षात भगवान की कृपा हो तो आइए जानते हैं उन चार विशेष संकेतों के बारे में।
जब हम अपने इष्टदेव की पूजा करते हैं तो हमारे चारों तरफ एक दैवीय ऊर्जा का निर्माण स्वत ही हो जाता है, जब हम सच्चे मन से अपने इष्ट देव की पूजा अर्चना कर रहे होते हैं तो हम उन पवित्र ऊर्जाओं से घिरे होते हैं। यह ऊर्जा ही होती है जो हमें और हमारे ईश्वर को जोड़ने का एक मार्ग है और अगर यह ऊर्जा आपके सच्ची श्रद्धा से निकलती हो तो यह ईश्वरी ऊर्जा से जुड़ जाती है। ऐसे में हमारे साथ कुछ विशेष घटना घटित होती है।
जब आप पूजा-अर्चना सच्चे मन से भगवान कर रहे हैं और अचानक ठीक उसी समय यानी की पूजा के दौरान कोई साधु या फिर कोई भिखारी आपके दरवाजे पर आए तथा कुछ मांगने के बजाय आपके दरवाजे पर जोर जोर से ईश्वर का नाम ले तो समझ लो आपके द्वार पर साक्षात भगवान खड़े हैं। दोस्तों उसे भिखारी समझने की भूल ना करें तथा उन्हें हाथ जोड़ते हुए जितना आप दान करने में सामर्थ्य रखते हो उतना दान उन्हें करें क्योंकि यह दान साक्षात आपके पुण्य को कई गुना बढ़ा देता है और आप भगवान के विशेष कृपा के पात्र बन जाते हैं।
अगला संकेत यह है कि मान लीजिए अगर आप पूजा अर्चना कर रहे हैं तथा दीये कि सहायता से आप भगवान की आरती कर रहे हैं और ठीक उसी समय अचानक से आपके दीपक के लौ बहुत तेजी से ऊपर की ओर प्रज्वलित होने लगती है तो यह साक्षात भगवान का संकेत है कि वह आपके सामने प्रकट हो चुके हैं। ऐसा होना बहुत ही शुभ होता है। अगर ऐसा आपके साथ हो तो समझो भगवान ने आपकी हर परेशानी का निवारण कर दिया है।
तीसरा संकेत है दोस्तों की जब आप अगरबत्ती से या धूप बत्ती से पूजा अर्चना कर रहे होते हैं अगर उस दौरान धूप अगरबत्ती का धुआं एक विशेष आकार की आकृति बनाए जो आपको आपके ईस्ट देव की तरह दिखाई दे तो समझो ईश्वर अब आपसे प्रसन्न हो चुके हैं। कभी-कभी ये आकृति ओम के आकार में या कभी-कभी स्वस्तिक के आकार की प्रतीत होती है। इन आकृतियों का दिखाई देना ईश्वर की विशेष कृपा आप के ऊपर होने का संकेत होता है।
अगला संकेत यह हैं कि जब हम पूजा अर्चना कर रहे होते हैं और फूल को भगवान जी के सम्मुख रखते हैं या उन पर अर्पित करते हैं और अचानक फूल हमारी और नीचे की तरफ गिर जाता है तो यह स्पष्ट होता है कि भगवान् की आप पर कृपा है और भगवान आपकी भक्ति से प्रसन्न है। इन चार संकेतो का विशेष महत्व होता है।
इसके साथ ही अगर आपके साथ भी पूजा के समय कुछ विशेष चीजें हुई हो तो उनको नज़रअंदाज़ मत कीजियेगा बल्कि एक बार ध्यान जरूर दीजियेगा कही वो साक्षात् भगवान का आपके सामने होने का संकेत ना हो।

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