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Uttarakhand: लक्ष्मण लोकपाल मंदिर जहां लक्ष्मण ने श्रीराम के साथ बिताया था 14 वर्ष का वनवास

लक्ष्मण लोकपाल मंदिर (Laxman Lokpal Mandir) उत्तराखंड (Uttarakhand) के गढ़वाल मंडल के चमोली जिले में हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के पास (15,200 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। हेमकुंड साहिब के बर्फीले मैदान में लक्ष्मण मंदिर स्थित है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस जगह पर लक्ष्मण ने अपने भाई श्रीराम के साथ 14 वर्ष वनवास में बिताए थे।

लक्ष्मण लोकपाल मंदिर (Laxman Lokpal Mandir) उत्तराखंड (Uttarakhand) के गढ़वाल मंडल के चमोली जिले में हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के पास (15,200 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। हेमकुंड साहिब के बर्फीले मैदान में लक्ष्मण मंदिर स्थित है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस जगह पर लक्ष्मण ने अपने भाई श्रीराम के साथ 14 वर्ष वनवास में बिताए थे।

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मंदिर का इतिहास
हेमकुंड साहिब के बर्फीले मैदानों में स्थित लक्ष्मण मंदिर को लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यता की माने तो कहा जाता है कि प्राचीन काल में जिस स्थान पर आज मंदिर स्थापित हैं, वहीं शेषनाग ने तपस्या की थी। जिसके बाद उनका जन्म द्वापर युग में राजा दशरथ के यहां लक्ष्मण के रूप में हुआ था।

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एक अन्य मान्यता के अनुसार, यह मंदिर ठीक वही स्थान है जहां लक्ष्मण ने रावण के पुत्र मेघनाद को मारकर अपनी शक्ति वापस पाने के लिए तपस्या की थी। हेमकुंड आने वाले यात्री हेमकुंड के दर्शन करने के लिए उतने ही उत्सुक हैं जितने लक्ष्मण मंदिर के दर्शन करने के लिए उत्सुक हैं।

लक्ष्मण मंदिर हेमकुंड झील के किनारे स्थित है। भुंदर गांव के ग्रामीण लक्ष्मण मंदिर में पूजा करते हैं। हेमकुंड आने वाले तीर्थयात्री लक्ष्मण मंदिर में माथा टेकना नहीं भूलते हैं।

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Source: jayuttarakhandi.com