दिल्ली/एन.सी.आर.

Toolkit Case: दिशा के करीबी निकिता और शांतनु फरार, गैरजमानती वारंट जारी

नई दिल्लीः किसानों के प्रदर्शन (Farmer Protest) से जुड़ी ‘टूलकिट’ (Toolkit) सोशल मीडिया (Social Media) पर फैलाने के आरोप में रविवार को 21 वर्षीय जलवायु एक्टिविस्ट (Climate activist)  दिशा रवि (Disha Ravi) की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उसके करीबियों निकिता जैकब (Nikita Jakob) और शांतनु (Shantanu) पर भी शिकंजा कसना शुरू […]

नई दिल्लीः किसानों के प्रदर्शन (Farmer Protest) से जुड़ी ‘टूलकिट’ (Toolkit) सोशल मीडिया (Social Media) पर फैलाने के आरोप में रविवार को 21 वर्षीय जलवायु एक्टिविस्ट (Climate activist)  दिशा रवि (Disha Ravi) की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उसके करीबियों निकिता जैकब (Nikita Jakob) और शांतनु (Shantanu) पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गिरफ्तारी के डर से दोनों फरार हो गए हैं। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने भी हार नहीं मानी और उनके खिलाफ कोर्ट से नॉन बेलेबल वारंट (Non bailable warrant) जारी करवा लिया है।

इससे पहले सोशल मीडिया पर ‘टूलकिट’ साझा करने में कथित भूमिका के लिए बेंगलुरु की 21 वर्षीय छात्रा और जलवायु एक्टिविस्ट दिशा रवि को रविवार को गिरफ्तार कर पटियाला हाउस कोर्ट में पेश कर उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था। पुलिस ने एक्टिविस्ट पर टूलकिट बांटने का आरोप लगाया है जिसे बाद में स्वीडिश कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग ने इस्तेमाल किया था। हालांकि, खबरों के मुताबिक, दिशा रवि की गिरफ्तारी तो अभी शुरुआत है। पुलिस इस मामले में दो और संदिग्ध आरोपियों की तलाश में सरगर्मी से जुटी है।

दिशा के करिबियों की सरगर्मी से तलाश
पुलिस ने दिशा का रिमांड लेने के दौरान कोर्ट में कहा था कि साइबर सेल की टीम अब दिशा के करीबियों निकिता जैकब और शांतनु की भी तलाश कर रही है और उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किए गए हैं। दिशा का मोबाइल फोन व लैपटॉप जब्त कर लिया गया है। उसने अपने फोन का डाटा डिलीट कर दिया है, जिसे फिर से हासिल करने के लिए फोन को फोरेंसिक लैब में भेजा गया है।

दिशा रवि पर आरोप है कि उन्होंने किसानों से जुड़ी टूलकिट में बदलाव करते हुए कुछ चीजें जोड़ी और फॉरवर्ड की। जब ग्रेटा थनबर्ग ने टूलकिट शेयर किया,  तब दिशा रवि ने ही ग्रेटा को चेताया था कि टूलकिट सार्वजनिक हो गया है। बाद में ग्रेटा ने इसे डिलीट कर दिया और फिर इसका एडिटेड वर्जन शेयर किया था। 

पुलिस का कहना है कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन को भड़काने के लिए साजिश के तहत टूलकिट अभियान चलाया गया। इसकी भनक लगने पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ देशद्रोह, दंगा भड़काने के इरादे से भड़काऊ बयान देने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था।  दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा था कि  दिशा ने ही खालिस्तान समर्थित संगठनों व अन्य साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर टूलकिट तैयार किया और इसे आगे ट्वीट कराया। यही टूलकिट स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया और बवाल मचने पर दिशा ने ही उसे ट्वीट डिलीट करने को कहा।

Comment here