नई दिल्लीः मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के दिन Air Quality Index बहुत खराब हालत में पहुंचने वाला है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सुबह से ही AQI खराब स्थिति में है। नोएडा में AQI 300 के पार और ग्रेटर नोएडा में 270 के आसपास चल रहा है। हरियाणा, पंजाब के खेतों में लगी आग का असर दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर भी दिखाई दे रहा है। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का AQI खराब होता जा रहा है वहीं दिवाली के बाद ये और खराब होगा।
वहीं हरियाणा में किसानों ने धान की कटाई करने के बाद अपने खेतों में पराली में आग लगानी शुरू कर दी है। राज्यभर में हर रोज औसतन 100 आग के मामले सामने आते हैं और वहीं आने वाले दिनों में ये संख्या कई गुना बढ़ जाएगी, जिसमें कैथल, करनाल और कुरुक्षेत्र हॉटस्पॉट जिले होंगे। गौरतलब है कि दिल्ली और आसपास के शहरों में वायु प्रदूषण (Air Pollution) का एक प्रमुख कारण पराली का जलना है।
किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए सरकार प्रोत्साहन दे रही है और सख्त कदम भी उठा रही है। सरकार 500 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से गांठों के परिवहन शुल्क के साथ-साथ पराली को संतुलित करने के लिए 1,000 रुपये प्रति एकड़ का प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है.
हरियाणा में जहां पराली जलाने की घटनाएं पंजाब की तुलना में काफी कम हैं, लगभग 4,800 गांवों में धान उगाया जाता है। ये गांव ज्यादातर करनाल, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, कैथल, जींद और सिरसा जिलों में आते हैं।
सीटू प्रबंधन के तहत, 23 लाख मीट्रिक टन फसल अवशेष का उपयोग विभिन्न मशीनों और डीकंपोजर के माध्यम से किया जा रहा है, और 13 मीट्रिक टन एक्स-सीटू प्रबंधन के तहत उपयोग किया जा रहा है।
गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर धान की पराली खरीदने की योजना बना रही है। कृषि विभाग के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया कि पराली जलाने के घातक नतीजों के बारे में किसानों को लगातार बाताया जा रहा है.।