नई दिल्लीः किसान आंदोलन को चलते हुए आज दो महीने से ऊपर हो चले हैं, लेकिन बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस बीच, किसानों ने 6 फरवरी को पूरी दिल्ली का चक्का जाम करने ऐलान किया है। इसको देखते हुए दिल्ली पुलिस सीमाओं को सुरक्षित कर रही है। गाजीपुर की तरफ बॉर्डर पर सख्त घेराबंदी कर दी गई है। कई लेयर बैरिकेडिंग और कंटीले तार लगाने के बाद अब मेरठ एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड पर कीलें ठोक दी गई हैं। इससे दिल्ली-गाजियाबाद के बीच पैदल आवाजाही भी बंद हो गई है। हालांकि इससे आम आदमी के लिए परेशानी खड़ी हो गई है, रास्ता बंद होने से वाहन चालक इधर-उधर भटक रहे हैं।
26 जनवरी को हुई हिंसा से सबक लेते हुए पुलिस और प्रशासन पहले से कहीं ज्यादा ही सजग दिखाई दे रहा है। गणतंत्र दिवस जैसी घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए निर्धारित किया गया है कि वैसी घटना फिर न हो। पुलिस प्रदर्शनकारी किसानों को सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करती दिखाई दे रही है।
सोमवार को कुछ पुलिसकर्मियों का कवच जैसी ड्रेस पहने एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शनकारियों को काबू करने के दौरान 500 से अधिक सुरक्षाकर्मियों द्वारा अपने हाथ पर चोट लगने की शिकायत के बाद इन स्टील के डंडों और कवच ट्रायल के लिए पुलिसवालों को दिया गया है। हालांकि यह स्पष्ट किया गया है कि उनके उपयोग को अभी मंजूरी दी जानी बाकी और केवल कुछ ही जगहों पर परीक्षण किया जा रहा है।। एक पुलिसकर्मी ने कहा, ‘‘हम उनका उपयोग तब तक नहीं करेंगे जब तक हमारे वरिष्ठ अधिकारी हमें आदेश नहीं देंगे।
गाजीपुर बॉर्डर पर फिर से किसानों की संख्या में इजाफा हो रहा है। विभिन्न संगठनों के लोग आंदोलन को समर्थन देने पहुंच रहे हैं। किसानों की बढ़ती आवाजाही और 26 जनवरी की हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा घेरा कड़ा कर दिया है। दो दिन से मेरठ एक्सप्रेस वे की दिल्ली वाली सभी लेन बंद हैं। इन दो दिन में कई लेयर बैरिकैड लगाए। उन सभी पर कंटीले तार लगा दिए हैं।
दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर से डाबर तिराहे की तरफ आने वाली सड़क पर भी कीलें ठोक दी हैं। इससे पैदल आवाजाही भी बंद हो गई है। सभी रास्ते बंद होने से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई वाहन चालक दिल्ली नहीं जा सके। कुछ वाहन चालकों ने बताया कि गाजियाबाद के ज्यादातर बॉर्डर बंद हैं। गाजियाबाद से दिल्ली आने के लगभग सभी रास्ते पुलिस द्वारा ब्लाॅक कर दिए गए हैं।
एक तरफ, जहां दिल्ली पुलिस सुरक्षा घेरे को मजबूत करने में लगी है। दूसरी तरफ, गाजियाबाद की तरफ पुलिस की संख्या कम कर दी गई है। हालांकि सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि वह किसानों की हर गतिविधि पर नजर रख सकें।
दिल्ली पुलिस की सख्ती से किसान नेता नाराज हैं। किसान नेताओं ने मंच से कहा कि उनका धरना शांतिपूर्वक चलता रहेगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा पुलिस कंटीले तार और कीलें इसलिए लगा रही है ताकि धरनास्थल पर राशन, दूध और दूसरा जरूरत का सामान हम तक न पहुंच सके।
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