दिल्ली/एन.सी.आर.

‘क्या हम जल्दी में हैं?’ देशभर में स्कूल खुलने पर डॉ नरेश त्रेहन का सवाल

नई दिल्लीः मेदांता के अध्यक्ष डॉ नरेश त्रेहन ने दिल्ली के स्कूलों को फिर से खोलने पर सरकार से सवाल किया कि क्या राज्य स्कूलों को फिर से खोलने के लिए हम ‘जल्दी’ में हैं। उन्होंने इस तथ्य की ओर इशारा करते हुए ये बात कही कि कोरोनो वायरस के खिलाफ बच्चों के टीकाकरण अभियान […]

नई दिल्लीः मेदांता के अध्यक्ष डॉ नरेश त्रेहन ने दिल्ली के स्कूलों को फिर से खोलने पर सरकार से सवाल किया कि क्या राज्य स्कूलों को फिर से खोलने के लिए हम ‘जल्दी’ में हैं। उन्होंने इस तथ्य की ओर इशारा करते हुए ये बात कही कि कोरोनो वायरस के खिलाफ बच्चों के टीकाकरण अभियान की घोषणा की जानी बाकी है।

उन्होंने कहा, ‘‘क्या हमें कुछ और महीनों के लिए धैर्य नहीं रखना चाहिए, ताकि तब तक टीका आ जाए और बच्चे टीका लगवाकर स्कूल जा सकें? या, फिर हम स्कूल खोलने की जल्दी में हैं, किस कारण से मैं नहीं जानता। एक समाचार एजेंसी के अनुसार, वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, हमें किन परिस्थितियों में स्कूलों को फिर से खोलना चाहिए, यह तय करते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत में बच्चों का टीकाकरण नहीं किया जा रहा है। डॉ त्रेहन ने आगे कहा, ‘‘अगर बड़ी संख्या में बच्चे बीमार पड़ते हैं, तो हमारे पास उनकी देखभाल के लिए अच्छी सुविधाएं नहीं हैं। आबादी को देखते हुए, हमें सतर्क रहना चाहिए। सच्चाई यह है कि एक वैक्सीन आने ही वाली है।’’ जाहिर तौर पर अहमदाबाद स्थिर्त Zydus Cadila  की तीन-खुराक ZyCoV-D वैक्सीन का जिक्र है।

ZyCoV-D टीका जो 20 अगस्त को भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (EUA) प्राप्त हुआ, को 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के लाभार्थियों को लगाया जाएगा। यह पहला टीका है जिसे 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए अनुमोदित किया गया है और डीसीजीआई द्वारा स्वीकृत किए जाने वाले छह टीकों में से यह पहला टीका है।

बच्चों के बीच परीक्षण किया गया एकमात्र अन्य टीका हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक का कोवैक्सिन है। सितंबर में बच्चों के लिए इसे मंजूरी मिलने की संभावना है। संयोग से, Covaxin और ZyCoV-D दोनों ही अब तक भारत के केवल दो स्वदेशी रूप से निर्मित एंटी-कोविड शॉट हैं।

कोविड-19 की विनाशकारी दूसरी लहर अब कम हो रही है, कई राज्यों में स्कूल पहले ही फिर से खुल गए हैं, कम से कम वरिष्ठ कक्षाओं के लिए। अधिकांश अन्य राज्यों में 1 सितंबर से खुलने वाले हैं।

हाल ही में, मुंबई के एक स्कूल के 16 बच्चों और छह वयस्कों सहित 22 लोगों ने कोविड-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया, जिससे नगर निगम को स्कूल के परिसर को सील करने के लिए मजबूर होना पड़ा। 16 बच्चों में चार 12 साल से कम उम्र के हैं, जबकि शेष 12-18 साल के हैं।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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