नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण (Air Pollution) और सर्द मौसम (Cold Weather) की दोहरी मार (Double Attack) शुरू हो गई है, जिससे छोटे से लेकर बड़े लोग प्रभावित हो रहे हैं। एक ओर जहां बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर यहां तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। डबल अटैक से लोगों की ऐसी हालत हो गई है कि न तो वे घर में रह पा रहे हैं और न ही बाहर जा पा रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल लोगों को वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है। दिल्ली-एनसीआर के साथ ही मुंबई में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से राजधानी और आसपास के इलाकों में ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। ठंड के साथ-साथ बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों की हालत बेहद खराब है। अगर यही स्थिति रही तो लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो जाएगा।
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ बनी हुई है। आसमान में कोहरा छाया हुआ है। वहीं, दिल्ली में ठंड और बढ़ने के आसार हैं।
तापमान में गिरावट के साथ, दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है, जिससे सरकार को जीआरएपी (Graded Response Action Plan) के तीसरे चरण को फिर से लागू करने और रेलवे, दिल्ली मेट्रो और कुछ को छोड़कर पूरे एनसीआर में निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
दिल्ली में मथुरा रोड पर Air Quality Index (AQI) 440 रिकॉर्ड किया गया है, जबकि पटपड़गंज में 448, नेहरू नगर में 462, साहिबाबाद में 452 और नोएडा सेक्टर-62 में 426 रिकॉर्ड किया गया है, जो गंभीर श्रेणी में है।