छत्तीसगढ़

समूह की महिलाओं को मशरूम उत्पादन का दिया गया प्रशिक्षण

दंतेवाड़ा: कृषि विज्ञान केन्द्र, दन्तेवाडा द्वारा गौठानों में संलग्न स्व-सहायता समूह की महिलाओं को मशरूम उत्पादन की उन्नत तकनीकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण का उददेश्य महिलाओं का आजीविका संवर्धन तथा कृषि कार्य उपरान्त बचे हुए अतिरिक्त समय का उपयोग करना है। यह कार्य जिला खनिज संस्थान न्यास निधि अंतर्गत किया जा रहा […]

दंतेवाड़ा: कृषि विज्ञान केन्द्र, दन्तेवाडा द्वारा गौठानों में संलग्न स्व-सहायता समूह की महिलाओं को मशरूम उत्पादन की उन्नत तकनीकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण का उददेश्य महिलाओं का आजीविका संवर्धन तथा कृषि कार्य उपरान्त बचे हुए अतिरिक्त समय का उपयोग करना है। यह कार्य जिला खनिज संस्थान न्यास निधि अंतर्गत किया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरान्त प्रशिक्षणार्थियों को मशरूम उत्पादन की सामग्री भी प्रदान किया जा रहा है।

कृषि विज्ञान केन्द्र, दंतेवाड़ा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. नारायण साहू ने बताया कि जिले के 5 गौठानों में मशरूम उत्पादन इकाई कृषि विज्ञान केन्द्र, दन्तेवाडा द्वारा एवं शेष गौठानों में जनपद पंचायत द्वारा मशरूम उत्पादन इकाई का निमार्ण किया गया है। आरंभिक तौर पर ग्राम हारम, झापोड़ी, फरसपाल, कटुलनार, पालनार, पेन्टा, झोडि़याबाड़म, भैरमबंद, बडे कारली एवं कारली की स्व-सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। अब तक 12 समूहों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इन गौठानों की अब तक कुल 150 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रशिक्षण के अंतर्गत समूह की महिलाओं को मशरूम उत्पादन के साथ मशरूम का भोजन में महत्व, कुपोषण निवारण में भूमिका, मशरूम का औषधीय गुण, मशरूम के प्रसंस्कृत उत्पाद और मार्केटिंग की जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण कार्य श्री अनिल कुमार ठाकुर, विषय वस्तु विशेषज्ञ, कृषि मौसम विज्ञान एवं सुश्री वंदना चडार, कार्यक्रम सहायक, पौध रोग विज्ञान द्वारा किया जा रहा है।