राजनांदगांव : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत प्रदेश में राजनांदगांव जिले में सर्वाधिक श्रमिकों को रोजगार दिया गया है। श्रमिकों को रोजगार देने में राजनांदगांव जिला प्रदेश में अव्वल रहा है। जिले में श्रमिकों को रोजगार देने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए गए हैं। जिसके सार्थक परिणाम रहे और विभिन्न क्षेत्रों में श्रमिकों को कार्य मिला। राजनांदगांव जिला पंचायत द्वारा 814 ग्राम पंचायतों में 4 लाख 88 हजार 970 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किया गया है।
जिले में 100 दिवस का रोजगार प्राप्त करने वाले परिवारों की संख्या 55 हजार 78 है। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर के निर्देशन में श्रमिकों को रोजगार देने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। जिले में कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान भी श्रमिकों को रोजगार प्रदान किया गया। जिससे पलायन को रोकने में मदद मिली। वहीं अन्य राज्यों से जिले में आए श्रमिकों को भी रोजगार प्रदान किया गया। राज्य एवं केन्द्र शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य का 100 प्रतिशत से भी अधिक 109 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल की गई। जिसमें कुल 8 करोड़ 55 लाख रूपए की राशि अर्जित किया गया। रोजगार देने में प्रति परिवार औसत मानव दिवस 67.18 प्रतिशत रहा है, जो प्रदेश में सर्वाधिक है। जिले में 1 लाख मानव दिवस रोजगार का सृजन महिलाओं द्वारा किया गया। डबरी निर्माण के माध्यम से जल स्तर बढ़ाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिले में डबरी निर्माण, नरवा बंधान, कुंआ निर्माण, शेड निर्माण, नया तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण जैसे कार्य मनरेगा के तहत किए जा रहे हैं। श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर व्यापक रूप से रोजगार उपलब्ध कराया गया। राजनांदगांव जिले के अंबागढ़ चौकी विकासखंड में 42 हजार 751 व्यक्तियों को रोजगार दिया गया। इसी तरह छुईखदान विकासखंड में 81 हजार 704 व्यक्तियों को, छुरिया विकासखंड में 72 हजार 199 व्यक्तियों को, डोंगरगांव विकासखंड में 32 हजार 336 व्यक्तियों को, डोंगरगढ़ विकासखंड में 53 हजार 509 व्यक्तियों को, खैरागढ़ विकासखंड में 68 हजार 165 व्यक्तियों को, मानपुर विकासखंड में 43 हजार 191 व्यक्तियों को, मोहला विकासखंड में 41 हजार 62 व्यक्तियों को तथा राजनांदगांव विकासखंड में 54 हजार 53 व्यक्तियों को रोजगार दिया गया।