उत्तर बस्तर कांकेर: कोविड-19 महामारी से बचाव एवं नियंत्रण के लिए राज्य सरकार के द्वारा लाॅकडाउन प्रभावित किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है ‘‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’’। इस योजना के माध्यम से किसानों को चार किस्तों में धान खरीदी के अंतर की राशि प्रदान की जा रही है। ‘‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’’ के तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 21 मई को प्रदेश के किसानों को प्रथम किस्त की राशि जारी की गई, जिसमें कांकेर जिले के दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के ग्राम हामतवाही के किसान सीताराम नुरूटी को 22 हजार 644 रूपये की प्रथम किस्त प्राप्त हुई है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि मुझे 90 हजार 576 रूपये मिलने वाली राशि में से पहली किस्त खाता में आ गया है, किसान सीताराम ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसान के बेटा ने किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया है। मुझे पहली किस्त की राशि मिली है, जिसे मैं कोदो-कुटकी की खेती करने में लगाऊंगा और अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत भी करूंगा। उन्होंने बताया कि फसल उत्पादन के लिए खेत में कृषि विभाग के माध्यम से बोर खनन करवाया गया, जिसमें मुझे सब्सीडी भी मिला है। उनकी माता जी श्रीमती रामको बाई ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कोटिशः धन्यवाद देते हुए बताती है कि कोरोना महामारी के इस संकट की घड़ी में राजीव गांधी किसान न्याय योजना किसानों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है।
किसान सीताराम नुरेटी बताते हैं कि सबसे पहले खेत में खाने के लिए पर्याप्त मात्रा में धान का पैदावार भी नहीं होता था, जब से मैं वैज्ञानिक पद्धति से कृषि करने लगा हॅू, तब से पैदावार में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले वर्ष 158 क्विंटल धान की बिक्री करने की जानकारी दी। कोराना वायरस संक्रमण काल में किसान सीताराम ने रबी सीजन ग्रीष्मकालीन मक्का की खेती के कार्य में गांव के पांच से छः लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया हैं, उनके द्वारा मक्का की खेती में प्रति वर्ष एक से डेढ़ लाख रूपये की आमदनी प्राप्त हो रही है। उनके द्वारा लगभग 12 हजार 500 गड्डी तेंदुपत्ता तोड़ाई भी किया गया है। किसान सीताराम नुरूटी ने बताया कि इस वर्ष 08 लाख 50 हजार रूपये में नया ट्रेक्टर फाइनेंस करवाया हूॅ, जिसका प्रत्येक छमाही किस्त 01 लाख 21 हजार रूपये का भुगतान भी बैंक को कर रहा हूॅ। मछली पालन के लिए मत्स्य पालन विभाग को आवेदन प्रस्तुत किया था, वे स्वीकृत हो गया है, जिसके लिए तालाब खनन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना संकट काल में गांव के कोई भी व्यक्ति दूसरे राज्य में श्रमिक के कार्य करने के लिए बाहर नहीं गये हैं। हामतवाही के सभी लोग अपने-अपने घरों में रह कर शासन के गाईड लाईन का पालन करते हुए 45 से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों ने कोविड वैक्सीन का टीकाकरण करा चुके हैं, जिससे कोरोना महामारी को हराने में हमें सफलता मिलेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से राशि देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किये है।
Comment here
You must be logged in to post a comment.