छत्तीसगढ़

12 लाख संग्राहकों द्वारा अब तक 634 करोड़ रूपए से अधिक राशि के तेन्दूपत्ता का हो चुका संग्रहण

रायपुर: छत्तीसगढ़ में चालू वर्ष 2022 के दौरान अब तक 15 लाख 78 हजार 471 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है, जो लक्ष्य का 94 प्रतिशत से अधिक है। इनमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कुल भुगतान योग्य राशि 634 करोड़ रूपए से अधिक हैं। इसका संग्रहण 11 लाख 58 हजार 222 तेन्दूपत्ता संग्राहकों द्वारा […]

रायपुर: छत्तीसगढ़ में चालू वर्ष 2022 के दौरान अब तक 15 लाख 78 हजार 471 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है, जो लक्ष्य का 94 प्रतिशत से अधिक है। इनमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कुल भुगतान योग्य राशि 634 करोड़ रूपए से अधिक हैं। इसका संग्रहण 11 लाख 58 हजार 222 तेन्दूपत्ता संग्राहकों द्वारा किया गया है।

अब तक 08 वन मंडलों सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कवर्धा, मरवाही, धरमजयगढ़, मनेन्द्रगढ़ तथा कोरिया में लक्ष्य का 100 प्रतिशत से अधिक तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्कदर्शन में राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य सुचारू रूप से जारी है। राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण से आदिवासी-वनवासी संग्राहकों को रोजगार के साथ-साथ आय का भरपूर लाभ मिलने लगा है।

राज्य लघु वनोपज संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जगदलपुर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल बीजापुर में 51 हजार 256 संग्राहकों द्वारा 32 करोड़ रूपए के 80 हजार 324 मानक बोरा, सुकमा में 38 हजार 609 संग्राहकों द्वारा 41 करोड़ रूपए के एक लाख एक हजार 526 मानक बोरा, दंतेवाड़ा में 20 हजार 323 संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 19 हजार 408 मानक बोरा तथा जगदलपुर में 43 हजार 178 संग्राहकों द्वारा 6.56 करोड़ रूपए के 16 हजार 396 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।

इसी तरह कांकेर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल दक्षिण कोण्डागांव में 33 हजार 843 संग्राहकों द्वारा 6.93 करोड़ रूपए के 17 हजार 332 मानक बोरा, केशकाल में 36 हजार 793 संग्राहकों द्वारा 10.45 करोड़ रूपए के 26 हजार 118 मानक बोरा, नारायणपुर में 16 हजार 738 संग्राहकों द्वारा 9.61 करोड़ रूपए के 24 हजार मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 32 हजार संग्राहकों द्वारा 38.48 करोड़ रूपए के 96 हजार 195 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 33 हजार संग्राहकों द्वारा 31.62 करोड़ रूपए के 79 हजार 058 मानक बोरा तथा कांकेर में 33 हजार 928 संग्राहकों द्वारा 14.82 करोड़ रूपए के 37 हजार 047 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।

दुर्ग वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल राजनांदगांव में 49 हजार 402 संग्राहकों द्वारा 29.25 करोड़ रूपए के 73 हजार 133 मानक बोरा, खैरागढ़ में 27 हजार 552 संग्राहकों द्वारा 14.82 करोड़ रूपए के 37 हजार 053 मानक बोरा, बालोद में 22 हजार 315 संग्राहकों द्वारा 9.09 करोड़ रूपए के 22 हजार 719 मानक बोरा तथा कवर्धा में 31 हजार संग्राहकों द्वारा 16.67 करोड़ रूपए के 41 हजार 666 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।

रायपुर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल धमतरी में 27 हजार 374 संग्राहकों द्वारा 10.26 करोड़ रूपए के 25 हजार 666 मानक बोरा, गरियाबंद में 64 हजार 317 संग्राहकों द्वारा 33.10 करोड़ रूपए के 82 हजार 759 मानक बोरा, महासमुंद में 35 हजार 712 संग्राहकों द्वारा 33.42 करोड़ रूपए के 83 हजार 559 मानक बोरा तथा बलौदाबाजार में 19 हजार 715 संग्राहकों द्वारा 8.92 करोड़ रूपए के 22 हजार 320 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।

बिलासपुर वनवृत्त के अंतर्गत अब तक वनमंडल बिलासपुर में 29 हजार 779 संग्राहकों द्वारा 12.06 करोड़ रूपए के 30 हजार 159 मानक बोरा, मरवाही में 30 हजार 123 संग्राहकों द्वारा 8.80 करोड़ रूपए के 22 हजार 700 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 9 हजार 749 संग्राहकों द्वारा 3.23 करोड़ रूपए के 8 हजार 098 मानक बोरा, रायगढ़ में 39 हजार 422 संग्राहकों द्वारा 22.09 करोड़ रूपए के 55 हजार 230 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 46 हजार 063 संग्राहकों द्वारा 32.94 करोड़ रूपए के 82 हजार 351 मानक बोरा, कोरबा में 35 हजार 445 संग्राहकों द्वारा 21.03 करोड़ रूपए के 52 हजार 597 मानक बोरा तथा कटघोरा में 65 हजार 291 संग्राहकों द्वारा 29.57 करोड़ रूपए के 73 हजार 929 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है।

इसी तरह सरगुजा वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल जशपुर में 36 हजार 187 संग्राहकों द्वारा 13.06 करोड़ रूपए के 32 हजार 664 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ में 30 हजार 504 संग्राहकों द्वारा 17.96 करोड़ रूपए के 44 हजार 912 मानक बोरा, कोरिया में 25 हजार 305 संग्राहकों द्वारा 13.42 करोड़ रूपए के 33 हजार 553 मानक बोरा, सरगुजा में 40 हजार 771 संग्राहकों द्वारा 14.05 करोड़ रूपए के 35 हजार 145 मानक बोरा, बलरामपुर में 97 हजार 570 संग्राहकों द्वारा 56.71 करोड़ रूपए के एक लाख 41 हजार 767 तथा सूरजपुर में 54 हजार 461 संग्राहकों द्वारा 28.57 करोड़ रूपए के 71 हजार 434 तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।