छत्तीसगढ़

पोषण जागरूकता के लिए राजधानी में निकली विशाल साइकिल रैली

महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती भेंड़िया, महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ.नायक और विधायक श्रीमती अनिता शर्मा हुईं शामिल, रायपुर में मरीन ड्राइव से रैली निकालकर सही पोषण देश रोशन और गढ़बो सुपोषित छत्तीसगढ़ का दिया गया संदेश, श्रीमती भेंड़िया ने पोषण जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना , समाज को कुपोषण मुक्त बनाने दिलाई शपथ

रायपुर: श्रीमती भेंड़िया ने पोषण जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया की अगुआई में ’सही पोषण देश रोशन’ और ’गढ़बो सुपोषित छत्तीसगढ’ के संदेश के साथ आज सुबह राजधानी रायपुर में मरीन ड्राइव से विशाल साइकिल रैली निकाली गई। पोषण माह अंतर्गत आयोजित इस साइकिल रैली का आयोजन महिला बाल विकास द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से किया गया था।

पोषण जागरुकता के लिए आयोजित इस रैली में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, विधायक धरसीवां श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, यूनिसेफ राज्य प्रमुख श्री जॉब जकारिया सहित बड़ी संख्या में यूनिसेफ, एन.एस.एस., रायडर्स ग्रुप के सदस्य और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हुए। साइकिल रैली लगभग 5-6 किलोमीटर की परिधि में यात्रा कर पुनः मरीन ड्राईव में समाप्त हुई। इस अवसर पर श्रीमती भेंड़िया ने पोषण जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और समाज को कुपोषण मुक्त बनाने शपथ दिलाई।

श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि पोषण माह के दौरान पूरे छत्तीसगढ़ में पोषण संबंधित जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से जन-जन तक सुपोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता का संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुपोषण मुक्ति के लिए संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के सकारात्मक परिणाम मिले है। कुपोषण मुक्ति के लिए लोगों का सहयोग जरूरी है, जिससे हमारा प्रदेश जल्द से जल्द सुपोषित हो। डॉ. नायक ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि महिलाओं और बच्चों के सुपोषण का ध्यान रखें तभी हमारा प्रदेश स्वस्थ होगा।

रायपुर में मरीन ड्राइव से रैली निकालकर सही पोषण देश रोशन और गढ़बो सुपोषित छत्तीसगढ़ का दिया गया संदेशउल्लेखनीय है कि कुपोषण एवं एनीमिया के स्तर में उल्लेखनीय कमी लाने तथा सुपोषित भारत की अवधारणा को साकार करने के उद्देश्य से वर्ष 2018 से पोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत जनसमुदाय तक स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता संबंधित प्रभावी व्यवहार परिवर्तन हेतु जनआंदोलन के रूप में हर साल सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है।