छत्तीसगढ़

आमाराइट प्रायोजना से संस्कृति, परंपरा के साथ शैक्षिक विकास

दंतेवाड़ा: वैश्विक महामारी, कोविड-19 जैसी विपरीत परिस्थितियां हो या किसी अन्य प्रकार की समस्या। दंतेवाड़ा जिला में जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़ कर रखने एवं उनके  अभिगम स्तर को अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए जिले के सभी शिक्षक अध्यापन में  विभिन्न नवाचारों का प्रयोग कर रहें […]

दंतेवाड़ा: वैश्विक महामारी, कोविड-19 जैसी विपरीत परिस्थितियां हो या किसी अन्य प्रकार की समस्या। दंतेवाड़ा जिला में जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़ कर रखने एवं उनके  अभिगम स्तर को अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए जिले के सभी शिक्षक अध्यापन में  विभिन्न नवाचारों का प्रयोग कर रहें हैं। कोविड जैसी विकट आपदा को भी शिक्षकों ने अपनी मेहनत, लगन, कर्तव्यनिष्ठता एवं तन्मयता से अवसर में परिवर्तित कर दिया है। वर्तमान में राज्य स्तर पर लागू ग्रीष्मकालीन ’’आमाराईट प्रायोजना’’ पर जिले के लगभग सभी शिक्षक अपने  विद्यार्थियों एवं पालकों के आपसी समन्वयन एवं सामन्जस्य से कार्य कर रहें हैं। इस प्रायोजना को बच्चे खेल-खेल में बहुत ही रूचिकर ढ़ंग से पूर्ण कर रहें हैं, तथा ग्रीष्मावकाश का आनंद उठा रहे हैं।

विकासखंड एवं  संकुल दंतेवाड़ा की शिक्षिका श्रीमती टी.विजयलक्ष्मी (व्याख्याता-जीवविज्ञान) शा.उ.मा.वि.दंतेवाड़ा, वाट्सअप ग्रुप, वेबेक्स एवं सी जी स्कूल वेबसाइट पर ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन कर अपने विद्यार्थियों का ’’आमाराईट प्रायोजना’’ कार्य पूर्ण करवा रहीं हैं। अब तक कक्षा-12 वीं (विज्ञान संकाय) के 56 विद्यार्थी इनके मार्गदर्शन में ’’आमाराईट प्रायोजना’’ पर कार्य कर रहें हैं। बच्चो ने प्रोजेक्ट फाइल के अलावा कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत विभिन्न उपयोगी वस्तुओं का निर्माण कर अपनी कलात्मकता एवं वैज्ञानिक सोच का परिचय दिया हैं। साथ ही साथ इस प्रायोजना को करते हुए बच्चे अपनी परंपराओं एवं संस्कृति से भी  भली-भांति परिचित हो रहें हैं। श्रीमती टी. विजयलक्ष्मी ने सत्र-गत वर्ष बहेबीववसण्पद चवतजंस पर 480 ऑनलाइन कक्षाएं, लगभग 30 वेबेक्स  पर एवं 130 से अधिक ऑफलाईन कक्षाओं में अध्यापन कार्य कर पच्चीस हजार से अधिक विद्यार्थियों को लाभान्वित किया है। वे विभिन्न अवसरों पर कई सांस्कृतिक एवं बौद्धिक कार्यक्रमों का ऑनलाइन आयोजन कर विद्यार्थियों को मनोरंजक तरीके से शिक्षा से जोड़ कर रखने का निरंतर प्रयास कर रहीं हैं। इस कार्य में उन्हें विद्यालय के प्राचार्य श्री एल.बी.यादव  एवं उच्च अधिकारियों का मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन एवं पालकों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री राजेश कर्मा, सहायक संचालक अहिल्या ठाकुर, डीएमसी एस. एल. शोरी, सहायक परियोजना समन्वयक ढलेश आर्य ने सभी संकुल समन्वयकों की वर्चुअल बैठक लेकर सभी संकुलो मे कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया है।

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