रायपुर: प्रदेश में शिशु संरक्षण माह आज से शुरू हो गया है। 13 सितम्बर से 14 अक्टूबर तक चलने वाले शिशु संरक्षण माह के दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक पिलाई जाएगी। इस दौरान छह माह से पांच साल तक के बच्चों को आई.एफ.ए. सिरप भी पिलाया जाएगा। शिशु संरक्षण माह में शिशु स्वास्थ्य के संवर्धन से संबंधित राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गतिविधियों और सेवाओं की प्रदायगी का सुदृढ़ीकरण किया जायेगा। शिशु संरक्षण माह के दौरान प्रदेश भर के 26 लाख 44 हजार बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक देने का लक्ष्य रखा गया है।
शिशु एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के उप संचालक डॉ. व्ही.आर. भगत ने बताया कि राज्य में सुपोषण सुनिश्चित करने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए पौष्टिक आहार और गर्म भोजन देने का प्रावधान है। इस कार्यक्रम के अनुपूरक के रूप में शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाता है जो कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कुपोषण एवं एनीमिया से बचाने में काफ़ी मददगार है। डॉ. भगत ने बताया कि छह माह से पांच साल तक के बच्चों को मितानिनों के माध्यम से गृह भ्रमण के दौरान सप्ताह मे दो बार आई.एफ.ए. सिरप पिलाया जाता है। साथ ही नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को हर छः माह के अंतराल में विटामिन ‘ए’ की खुराक भी दी जाती है।
शिशु संरक्षण माह की गतिविधि के दौरान विटामिन ‘ए’ व आई.एफ.ए. सिरप निर्धारित आयु के बच्चों को निश्चित अंतराल में दिया जाएगा। बच्चों का नियमानुसार वजन भी लिया जाएगा व पोषण आहार के बारे में पालकों को बच्चों की आयु के अनुरूप आहार की जानकारी दी जाएगी। अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्रों में उपचार के लिए भर्ती किया जाएगा।