छत्तीसगढ़

नारियल पानी बेचकर कान्हा निर्मलकर के जीवन में आया बदलाव

महासमुंद: शासन द्वारा सभी वर्गों के हितों के लिए अनेक प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई है। ताकि वे योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें। जिले के हजारों नागरिक भी किसी न किसी प्रकार से लाभ उठानें में पीछे नहीं है। उन्हें जागरूक रहकर दृढ़ संकल्प के साथ मेहनत […]

महासमुंद: शासन द्वारा सभी वर्गों के हितों के लिए अनेक प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई है। ताकि वे योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें। जिले के हजारों नागरिक भी किसी न किसी प्रकार से लाभ उठानें में पीछे नहीं है। उन्हें जागरूक रहकर दृढ़ संकल्प के साथ मेहनत करने की जरूरत है। जिला मुख्यालय महामसुन्द के वार्ड क्रमांक 22, सुभाष नगर के 27 वर्षीय कान्हा निर्मलकर कच्चा नारियल पानी एवं जूस सेंटर का व्यवसाय करने वालें एक साधारण से व्यवसायी हैं। जिसके माध्यम से अपने घर के चार सदस्यों का जीवन-यापन करते हैं।

उन्हें कहीं से दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के बारें में जानकारी मिली। तब वे नगर पालिका परिषद् महामसुन्द पहुंचकर इस योजना के बारें में जानकारी ली। इस संबंध में वहां के अधिकारियों ने इस येाजना के बारें में उन्हें विस्तार पूर्वक बताया। जिससे वे प्रेरित होकर अपने व्यवसाय में अधिक मुनाफा कमानें हेतु ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदन फाॅर्म भरा। जिससे उन्हें कुछ दिनों में इण्डियन बैंक महामसुन्द से 80 हजार रूपए का ऋण कम ब्याज की दर से मिला। जिससे वे अपने ठेलें में नारियल का व्यवसाय का विस्तार किया और अपने एक भाई के लिए भी अलग से ठेला लगाकर नारियल पानी के व्यवसाय में उसे जोड़ा। 

इसके अलावा वे छोटा सा गोदाम भी लिया है, जिसमें वे अपने नारियल के स्टाॅक माल को वहीं रखतें हैं। ठेलें के माध्यम से वे प्रतिदिन 02 हजार से 2.50 हजार रूपए प्रतिदिन नारियल पानी बेचतें हैं। जिससे उन्हें 500 से 600 रूपए की आमदनी प्राप्त होती है। जिससे उनके जीवन में एक नया बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि बैंक के माध्यम से जो ऋण दिया गया था। उसका 06 किस्त भी जमा बैंक में जमा हो चुका है। इसके अलावा वे नगद कैश लेनदेन के साथ-साथ डिजीटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए गूगल पे, फोन पे की सुविधा ग्राहकों को उपलब्ध करा रहें हैं।

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