छत्तीसगढ़

उद्यानिकी के रकबे में 327 और उत्पादन में 494 प्रतिशत की वृद्धि

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों एवं कार्यक्रम के चलते राज्य में खेती-किसानी को बढ़ावा मिलने लगा है। परंपरागत खेती-किसानी केे साथ-साथ उद्यानिकी फसलों की खेती के रकबे एवं उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। राज्य में उद्यानिकी फसलों तथा फल, सब्जी, मसाला, पुष्प, औषधि एवं सुगंधित का कुल रकबा अब बढ़कर 8,61,603 हेक्टेयर एवं […]

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों एवं कार्यक्रम के चलते राज्य में खेती-किसानी को बढ़ावा मिलने लगा है। परंपरागत खेती-किसानी केे साथ-साथ उद्यानिकी फसलों की खेती के रकबे एवं उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। राज्य में उद्यानिकी फसलों तथा फल, सब्जी, मसाला, पुष्प, औषधि एवं सुगंधित का कुल रकबा अब बढ़कर 8,61,603 हेक्टेयर एवं उत्पादन 1,04,28,053 मिट्रिक टन हो गया। उद्यानिकी के रकबे में बीते 15 सालों में 327 प्रतिशत एवं उत्पादन में 494 प्रतिशत वृद्धि हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ राज्य उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में 12वें स्थान पर है।

राज्य में वर्ष 2019-20 में फलोत्पादन का रकबा 2,58,630 हेक्टेयर एवं उत्पादन 27,79,228 मेट्रिक टन, सब्जी का रकबा 5,25,147 हेक्टेयर एवं उत्पादन 71,58,909 मेट्रिक टन, मसाला का रकबा 55,376 हेक्टेयर एवं उत्पादन 3,54,525 मेट्रिक टन, पुष्प का रकबा 13,493 हेक्टेयर एवं उत्पादन 76,219 मेट्रिक टन एवं औषधि-सुगंधित फसलों का रकबा 8957 हेक्टेयर एवं उत्पादन 59,172 मेट्रिक टन रहा है।

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