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Crude Oil: घरेलू स्तर पर उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमत दोगुनी से अधिक

केंद्र सरकार ने वैश्विक कीमतों में उछाल को दर्शाते हुए घरेलू स्तर पर उत्पादित प्राकृतिक गैस (Natural Gas) की कीमत दोगुनी से अधिक कर दी है। इससे घरों, बिजली क्षेत्र, उद्योगों और उर्वरक फर्मों को बेची जाने वाली गैस (Gas) की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे समग्र मुद्रास्फीति (inflation) बढ़ेगी।

नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने गुरुवार को वैश्विक कीमतों में उछाल को दर्शाते हुए कल (1 अप्रैल) से शुरू होने वाले छह महीनों के लिए घरेलू स्तर पर उत्पादित प्राकृतिक गैस (Natural Gas) की कीमत दोगुनी से अधिक कर दी है।

संघीय तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम योजना (Petrolium Yojana) और विश्लेषण प्रकोष्ठ ने आज नई कीमतों की घोषणा की।

इससे घरों, बिजली क्षेत्र, उद्योगों और उर्वरक फर्मों को बेची जाने वाली गैस (Gas) की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे समग्र मुद्रास्फीति (inflation) बढ़ेगी।

तेल मंत्रालय के पीपीएसी द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, सरकारी स्वामित्व वाली ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्प लिमिटेड (Oil and Natural Gas Corp Ltd) और ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Ltd) के विनियमित क्षेत्रों से गैस की कीमत मौजूदा 2.90 डॉलर से बढ़कर 6.10 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (British Thermal Unit) हो जाएगी।

अधिसूचना में कहा गया है कि गहरे पानी जैसे कठिन क्षेत्रों के लिए भुगतान की जाने वाली दर अप्रैल-सितंबर के लिए 6.13 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़कर 9.92 डॉलर हो जाएगी।

भारत पुराने क्षेत्रों से स्थानीय रूप से उत्पादित गैस की कीमतों को हेनरी हब, अल्बर्टा गैस, एनबीपी और रूसी गैस सहित वैश्विक बेंचमार्क से जुड़े एक सूत्र से जोड़ता है।

प्राकृतिक गैस की ऊंची कीमतों से ओएनजीसी, ऑयल इंडिया लिमिटेड और रिलायंस इंडस्ट्रीज की आय में इजाफा होगा।

भारत की वार्षिक खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में लगातार दूसरे महीने 6% से अधिक हो गई।

(एजेंसी इनपुट के साथ)