नई दिल्ली: 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी (5G spectrum auction) की प्रक्रिया सोमवार को खत्म हो गई है। इस नीलामी प्रक्रिया में चार टेलीकॉम कंपनियों ने एक लाख, पचास हजार, एक सौ तिहत्तर करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई है। जो सरकार के अनुमान से कहीं ज्यादा है।
बता दें कि 26 जुलाई, 2022 को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हुई थी, जो एक हफ्ते तक चली है।
रिलायंस जियो, भारतीय एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और पहली बार टेलीकॉम सेक्टर में कदम रख रही अडानी डाटा नेटवर्क्स ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में हिस्सा लिया। टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नीलामी में बोली में रखे गये सभी बैंड के लिये अच्छी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली है।
ऐसा अनुमान है कि टेलीकॉम कंपनियों को 5जी स्पेक्ट्रम आवंटन के बाद अक्टूबर, 2022 में देश के कई बड़े शहरों में 5जी मोबाइल सेवा की शुरूआत हो जाएगी। बहरहाल 5जी मोबाइल सर्विस के शुरू होने के बाद मोबाइल टेलीफोनी और इंटरनेट की दुनिया ही बदल जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना ज्यादा है।