बिहार

नामकुम में संयुक्त किसान मोर्चा ने रेल रोकी, गृहराज्यमंत्री को बर्खास्त तथा कृषि कानून रद्द करने की उठाई मांग

राँचीः आज 18 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी रेल रोको आंदोलन के तहत नामकुम स्टेशन में खड़गपुर, हटिया पैसेंजर रेल को एक घंटा रोका गया। तत्पश्चात पुलिस बल द्वारा पटरी खाली कराया गया। आंदोलनकारी गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त, कर गिरफ्तार करो, कृषि कानून रद्द करो, गृहराज्यमंत्री के बेटे सहित दोषियों को कड़ी […]

राँचीः आज 18 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी रेल रोको आंदोलन के तहत नामकुम स्टेशन में खड़गपुर, हटिया पैसेंजर रेल को एक घंटा रोका गया। तत्पश्चात पुलिस बल द्वारा पटरी खाली कराया गया। आंदोलनकारी गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त, कर गिरफ्तार करो, कृषि कानून रद्द करो, गृहराज्यमंत्री के बेटे सहित दोषियों को कड़ी सजा दो आदि नारे लग रहे थे। रेल रोको का नेतृत्व झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति के राज्य संयोजक सुफल महतो, किसान महासभा के नेता भुवनेश्वर केंवट,अखिल भारतीय किसान सभा नेता अजय सिंह, किसान संग्राम समिति के सुशांतो मुखर्जी, आदिवासी अधिकार मंच के अध्यक्ष प्रफुल्ल लिंडा,एडवा नेत्री बिना लिंडा, सुखनाथ लोहरा, रांची जिला किसान सभा के संयुक्त सचिव सुरेंद्र बैठा, झारखंड राज्य किसान सभा के मधुवा कच्छप, अमर सिंह मुंडा, सोमवारी देवी, तेफिल तिर्की, रामदेव टोप्पो, सुलचंद नायक, लुईस तिग्गा, बैंजामिन कुजूरनंदिता भट्टाचार्य, आकाश रंजन, तरून कुमार, मेवा उरांव, तिरलोकी नाथ आदि कर रहे थे।

मुख्य वक्ता के रूप में झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति के राज्य संयोजक सुफल महतो ने कहा कि लखीमपुर किसान हत्याकांड के खिलाफ देशव्यापी रेल रोको आंदोलन सफल रहा। उन्होंने कहा कि गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त कर गिरफ्तारी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

26 अक्टूबर किसान आन्दोलन के 12 माह पूरे होने के अवसर पर सभी राज्यों, जिलों में  व्यापक किसानों का विरोध कार्यक्रम होगा।

भुवनेश्वर केंवट ने कहा कृषि कानून रद्द नहीं हुआ तो मोदी सरकार को भी जाना होगा। सुशांतो मुखर्जी ने का मोदी सरकार किसानों की हत्यारी सरकार है, अजय सिंह ने कहा किसान आन्दोलन ने ऐतिहासिक रूप ले लिया है। प्रफुल्ल लिंडा ने कहा मोदी सरकार में सर्वाधिक महंगाई, बेरोजगारी और निजीकरण बढ़ा है।

इसके अलावा पलामू, गोड्डा, साहेबगंज रेलवे स्टेशन में रेल रोका गया। राज्य के विभिन्न स्टेशनों में प्रदर्शन किया गया।

Comment here