पटनाः राजधानी पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के बापू नगर मंदिरी में 17 अक्टूबर को अज्ञात अपराधियों ने विवेक नामक एक युवक को घर से बुलाकर घर के दरवाजे पर ही गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इस संबंध में विवेक के पिता के बयान के आधार पर बुद्धा कॉलोनी थाने में मामला संख्या 377/21 के तहत मामला दर्ज कर डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। जांच के दरमियान सीसीटीबी और अन्य साक्ष्य के आधार पर मानस नामक युवक को गिरफ्तार किया गया। मानस के निशानदेही पर सौरभ कुमार और उसकी मां सोना देवी को गिरफ्तार कर उनके पास से एक देसी पिस्टल, चार लोडेड जिंदा कारतूस एवं एक लोडेड देशी कट्टा बरामद किया गया। पुलिस ने मानस और सौरभ से पूछताछ कर विवेक हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
पटना के सिटी एसपी सेंट्रल अमरीष राहुल ने कोतवाली थाना में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। अमरीश ने बताया कि दशहरा के दरमियान गांधी मैदान ने क्रिकेट खेलने के विवाद को लेकर विवेक ने सौरभ एवं उसके साथियों की पिटाई कर दी थी। बाद में यह मामला विवेक और सौरभ के परिवार के बीच गया तो दोनों परिवारों के बीच विवेक और सौरभ ने एक-दूसरे से माफी मांगी और दोनों के बीच तनाव को खत्म कर दिया गया।
लेकिन इस बीच, विवेक के पिता द्वारा सौरभ एवं उसके परिजनों को लगातार यह धमकी मिल रही थी कि उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। एसपी सिटी ने बताया कि इससे घबराकर सौरभ के माँ-बाप ने अपने बेटे को उकसाया और कहा कि विवेक तुझे मारे इससे पहले तू उसकी हत्या कर उसे रास्ते से हटा दें। सौरभ के मां-बाप ने अपने बेटे को हथियार रखे देखने के बाद भी उसे नहीं रोका। मां-बाप से शह मिलने पर सौरव ने अपने दोस्त मानस और अन्य को साथ लेकर विवेक के घर गया और उसे घर से बाहर बुलाकर बाहर ले आया, जहां बातचीत के दौरान सौरभ ने विवेक के सर में गोली मार दी। विवेक को पुलिस ने आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया। इस बीच उसकी मौत हो चुकी थी।
मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने पहले सौरभ की माँ सोना देवी को गिरफ्तार किया। उसके बाद सौरभ भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मानस, सौरभ और सोना देवी सभी बेउर जेल में सलाखों के पीछे हैं। सौरभ का पिता अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही है।
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