पटना/गया: बिहार (Bihar) के गया स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर (Vishnupad temple) में सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश करने को लेकर सूबे में सियासी घमासान छिड़ गया है। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने उक्त मंत्री को बर्खास्त करने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की है।
वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को अधार्मिक व्यक्ति बताया और पूछा-क्या वे अन्य धर्मों के स्थलों पर ऐसा करेंगे?
इस बीच मंत्री इसराइल मंसूरी ने कहा कि ये सौभाग्य की बात है कि उन्हें सीएम के साथ मंदिर के दर्शन किए और गर्भगृह में जाने का मौका मिला।
बता दें कि विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश वर्जित है। मंदिर कमेटी ने भी मुस्लिम मंत्री के मंदिर में प्रवेश पर नाराजगी जताई है।
बता दें कि मोहम्मद इसराइल मंसूरी गया के प्रभारी मंत्री भी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब सोमवार को गया दौरे पर रहे, इस दौरान उन्होंने विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना भी की। जब वे गर्भगृह में थे तब मंत्री इसराइल मंसूरी भी उनके पीछे खड़े थे।
सीएम को इसका ध्यान रखना चाहिए था : विट्ठल
मंदिर कमेटी के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ कोई मुस्लिम मंत्री भी थे। सीएम नीतीश को इसका ध्यान रखना चाहिए था। इससे श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। मंदिर कमेटी बैठकर इस पर विचार करेगी। वहीं भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने सीएम नीतीश कुमार से माफी मांगने और मंत्री इसराइल मंसूरी के इस्तीफे की मांग की है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि 2009 में जब सीएम नीतीश कुमार तरेगना में सूर्यग्रहण देखने गए थे। उस समय उन्होंने बिस्किट खाया था। तब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि नीतीश ने सूर्यग्रहण के समय बिस्किट खाया, इसलिए सूखा आ गया। नीतीश कुमार कर्मकांड में विश्वास नहीं करते, वे अधार्मिक आदमी हैं। यही कारण है कि वे विष्णुपद मंदिर में उन लोगों के साथ ले गए जिनके प्रवेश की मनाही है।
हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची : निखिल
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार ने जो किया, उससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। विष्णुपद मंदिर दुनियाभर के लोगों की आस्था का केंद्र है। जिस तरह उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं का मखौल उड़ाया है, उसकी हम निंदा करते हैं। इसके लिए सीएम को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक
गया का विष्णुपद मंदिर हिंदुओं का ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है। यहां पर भगवान विष्णु के चरण स्थापित हैं। पितृपक्ष के दौरान लाखों लोग पितरों का तर्पण कर विष्णुपद के दर्शन करते हैं। इस मंदिर की स्थापना इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होलकर ने कराई थी। मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक है। मंदिर के बाहर बोर्ड भी लगा है जिसपर लिखा है गैर हिंदुओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित है।