बिहार

मांझी ने NDA पर लगाया आरोप, बोले- नीतीश के खिलाफ हो रही साजिश, तेजस्वी बिहार का भविष्य

पटनाः बिहार चुनाव के बाद से ही एनडीए और नीतीश के बीच संबंध कुछ ठीक नहीं चल रहा हैं। जनता दल यूनाइटेड प्रदेश इकाई की दो दिवसीय बैठक में नीतीश का दर्द छलका। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान उन्हें पता ही नहीं चला कि कौन दुश्मन है और कौन दोस्त। इस बीच एनडीए में […]

पटनाः बिहार चुनाव के बाद से ही एनडीए और नीतीश के बीच संबंध कुछ ठीक नहीं चल रहा हैं। जनता दल यूनाइटेड प्रदेश इकाई की दो दिवसीय बैठक में नीतीश का दर्द छलका। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान उन्हें पता ही नहीं चला कि कौन दुश्मन है और कौन दोस्त। इस बीच एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने इशारों ही इशारों में सरकार में शामिल भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। एक तरफ मांझी ने बीजेपी पर हमला बोला, तो दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल के नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बिहार का भविष्य बताया है। रविवार को मांझी द्वारा किए गए लगातार दो ट्वीट से बिहार में राजनीतिक हवा बदलती दिखाई दे रही है।

मांझी ने रविवार को एक के बाद एक लगातार दो ट्वीट किए हैं। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि राजनीति में गठबंधन धर्म को निभाना अगर सीखना है तो नीतीश कुमार जी से सीखा जा सकता है, गठबंधन में शामिल दल के आंतरिक विरोध और साजिशों के बावजूद भी उनका सहयोग करना नीतीश जी को राजनैतिक तौर पर और महान बनाता है। मांझी ने आगे नीतीश कुमार के इस जज्बे को सलाम किया है।

जीतन राम मांझी ने दूसरे ट्वीट में राष्ट्रीय जनता दल के नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बिहार का भविष्य बताया है। उन्होंने लिखा, ‘‘तेजस्वी जी आप बिहार के भविष्य हैं आपको अनर्गल बयान से बचना चाहिए। जब आप अपने दल के राजनैतिक कार्यक्रम खरमास के बाद आरंभ कर रहें हैं तो मंत्रिपरिषद का विस्तार पर इतना क्यों उतावले हो रहें हैं? सही वक्त पर सबकुछ हो जाएगा बस आप पॉजिटिव राजनीति कीजिए।

दरअसल, जनता दल यूनाइटेड प्रदेश इकाई की दो दिवसीय बैठक शनिवार से शुरू हुई। जेडीयू प्रदेश कार्यालय में हो रही इस बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को ये बातें कहकर मुख्यमंत्री ने चैंका दिया कि चुनाव के दौरान उन्हें पता ही नहीं चला कि कौन दुश्मन है और कौन दोस्त। चुनाव के दौरान हमने सभी को बुलाकर बात की थी, लेकिन हमें तभी शक हो गया था।

नीतीश कुमार ने आगे कहा कि एनडीए में पांच महीने पहले ही सब विषयों पर बात हो जानी चाहिए थी। ऐसे में सत्ता के गलियारे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर नीतीश कुमार का यह बयान एलजेपी के लिए है या बीजेपी के लिए। सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार चुनाव परिणाम को लेकर अभी तक नाराज हैं। उनके इस बयान से इस बात का आभास हो रहा है। 

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