पटना: एससी-एसटी के आरक्षण में वर्गीकरण के खिलाफ भारत बन्द के दरमियान बिहार की राजधानी पटना में प्रदर्शन कर रहे दलित प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वाटर कैनन का प्रयोग किया। इस लाठी चार्ज में पटना के एस डी एम श्रीकांत कुंडली खंड पुलिसिया लाठी चार्ज के शिकार हो गए और पुलिस कर्मियों ने लाठियां से पीटकर उन्हें भी घायल कर डाला।
आरक्षण के खिलाफ भारत बंद के दरमियान पटना में भीम आर्मी और दलित सेना के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग जुलूस निकाला और प्रदर्शन करते हुए डाक बंगला चौक पहुंचे। डाक बंगला चौराहे पर भारी पुलिसया बंदोबस्त के बीच पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया, जहां काफी देर तक प्रदर्शनकारी बीच सड़क पर ही हंगामा और नारेबाजी करते रहे।
यहां पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस में कई बार नोक-झोंक भी हुआ। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय दुकानों को बंद करने के लिए सड़क पर गदर मचा रखा था। पुलिस ने काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया। परंतु जब प्रदर्शनकारी कुछ भी समझने को तैयार नहीं हुए और पुलिस के वेरीकेट को तोड़ते हुए को आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज कर दिया ।
प्रदर्शनकारियों को खदेड़-खदेड कर पीटा गया। उनके माइक, लाठी, बैनर, झंडा पताका और डंडा छीन लिया गया। गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथ में बड़ा-बड़ा लाठी ले रखा था। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का भी प्रयोग किया ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिसिया लाठीचार्ज के दरमियान पटना के एस डी एम श्रीकांत भी इसकी चपेट में आ गए और कुछ पुलिस कर्मियों ने एसडीएम को ताबड़तोड़ लाठियां से पिटा। इस दरमियान एसडीएम के अंगरक्षक और अन्य स्टाफ का कहीं अता-पता नहीं था। एसडीएम साहब ने जब अपना परिचय दिया तब जाकर पुलिसकर्मी ने उन्हें पीटना बंद कर दिया। पुलिस कर्मियों की पिटाई से एसडीएम घायल हो गए हैं।
बाद में वरीय पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। एसडीएम पटना पुलिस की कार्यवाही से सख्त नाराज हैं।