बिहार

सीएम रहते लालू ने मुझे रोका, तो जाना पड़ा जेल: स्वामी रामभद्राचार्य

दु:शासन का राज जाना चाहिए, अब याचना नहीं, रण होगा, संग्राम महाभीषण होगा

सीतामढ़ी: सीतामढ़ी के पुनौराधाम में जानकी नवमी के अवसर पर श्रीराम कथा के लिए पधारे पद्मविभूषण तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी (Swami Rambhadracharya) महाराज शुक्रवार को यहां भाजपा के मिलन समारोह में शामिल हुए। यहां उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि मैं भाजपा का समर्थक हूं, लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा ही मेरी समर्थक है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो हमारे मित्र हैं। 2014 में मैंने कहा था कि तुम प्रधानमंत्री बनोगे तो बने। 2019 में फिर उनके पीएम बनने की भविष्यवाणी की तो बने।

रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा-अब फिर भविष्यवाणी करता हूं कि 2024 में मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। जगदगुरु ने कहा कि जब-जब संत हुंकार भरता है, सत्ता करवट बदलती है। नंदवंश का नाश एक संत चाणक्य ने ही किया था।

मुख्यमंत्री रहते लालू प्रसाद यादव ने मेरे प्रस्तावित कार्यक्रम को रोक दिया था। कहा था कि संत आतंकवादी होते हैं, जब मुझे पद्मविभूषण से अलंकृत किया गया तो फिर लालू प्रसाद ने कहा कि अब आतंकवादी संतों को भी पद्मविभूषण से सम्मानित किया जा रहा है, तब मैंने लालू को कहा था कि आप जेल में होंगे और वे वर्षों जेल में रहे।

रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि बिहार में सुशासन होना चाहिए। दु:शासन का राज जाना चाहिए। अब याचना नहीं, रण होगा, संग्राम महाभीषण होगा।

इससे पूर्व जदयू के प्रदेश और जिलास्तरीय नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता दिलाई और जदयू छोड़ने वाले नेताओं को आशीर्वाद भी दिया। जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष और जिला परिषद के उपाध्यक्ष रह चुके देवेंद्र साह, प्रदेश उपाध्यक्ष युवा जदयू के राहुल कुमार सिंह तथा प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह सहित सीतामढ़ी-शिवहर जिले के तकरीबन 50 कार्यकर्ताओं ने जदयू को छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

शकुनी चौधरी को याद कर भावुक हो गए
जगदगुरू ने प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को कहा-मैं आपके पिता शकुनी चौधरी को जानता हूं। वो मुझे प्रणाम करते थे। उनको याद कर भावुक हो गया हूं। अच्छे लोगों को स्मरण करना पड़ता है। मैं किसी पार्टी के मंच पर नहीं जाता हूं, लेकिन मेरा शिष्य सुशील कुमार सिंह काफी प्रिय है, उसके पिता मुझे समधी मानते थे। इस नाते मैं भाजपा के इस समारोह में आया हूं।