पटना: भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मंगलवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती (Karpoori Thakur Jayanthi) पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जननायक के जीवन प्रत्येक राजनेता सीख सकता है।
समारोह को संबोधित करते हुए जायसवाल ने कहा कि बिहार की जनता ने अगर किसी को जननायक कहने का अधिकार दिया तो वे कर्पूरी ठाकुर थे। उन्होंने कहा कि आज भी कहा जाता है कि एक बार जब उनके आवास पर चौधरी चरण सिंह आए तो उनके घर का चौखट छोटा रहने के कारण ठीक से प्रवेश नहीं कर पाए, तब उन्होंने चौखट बड़ा करने का अनुरोध किया।
इसके बाद जननायक ने कहा कि जब तक बिहार के सभी लोगों के पास घर नहीं हो जाता चौखट बड़ा करने का मेरा अधिकार नहीं है। आज इसी सपने को पूरा करने में पिछड़े का बेटा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी लगे है। इस सरकार ने 3.50 करोड़ गरीबों को मुफ्त में घर बनवा कर दिया।
उन्होंने कहा कि जननायक ने अपने बेटे को इलाज के लिए दिल्ली एम्स नहीं भेजा था। उनका कहना था कि वे ऐसा नहीं कर सकते। आज इसी सपने को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान कार्ड के जरिए लोगों को मुफ्त में इलाज करवा रही है।
जायसवाल ने कहा कि कभी किसी ने सोचा था कि गरीबों को मुफ्त में अनाज मिलेगा, लेकिन आज केंद्र सरकार गरीबों को मुफ्त में अनाज दे रही है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि किसानों के लिए गोदाम में उर्वरक भरे पड़े हैं, लेकिन किसानों में उर्वरक के लिए हाहाकार मचा है। बिहार सरकार ठीक से वितरण भी नहीं कर सकती। पिछले तीन महीने में एक भी दिन ऐसा नहीं है
उन्होंने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जो लोग लूटने का काम कर रहे हैं वे आज कर्पूरी ठाकुर का चेला बता रहे। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने सबसे बड़ा घोटाला किया और आज लोग घोटाला करने वाले को सम्मानित कर रहे। उन्होंने कहा कि विपक्ष लाख कोशिश कर लिया लेकिन आज तक किसी भी केंद्रीय मंत्री पर घोटाले का आरोप नहीं लगा पाया।
उन्होंने कहा कि जब चाय बेचने वाला गरीब का बेटा पीएम बनता है तब गरीबों के विषय में वह सोचता है।
उन्होंने कहा कि आज चीन और जापान में कोरोना से हाहाकार मचा है लेकिन भारत में यह कंट्रोल में है। इसका बड़ा कारण टीकाकरण है। पहले जहा पोलियो के टीका आने में 25 वर्ष लग गए वही चार महीने में कोरोन का टीका आ गया।
उन्होंने कहा कि आज एक ओर जहां धर्म, जाति और हिंदुओं को अपमानित कर वोट लेने की कोशिश की जा रही वहीं केंद्र सरकार कर्पूरी जी के सपने को पूरा करने में जुटी है।
उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार चल रही है जहां रामचरित मानस को अपमानित करने का काम होता है। सरकार के एक मंत्री सेना की वीरता पर सवाल उठाते हैं। इनके एक मंत्री और आगे बढ़कर कहते हैं कि EWS के लोग अंग्रेजों के जमाने में घंटी बजाते थे। ऐसे बयान वही दे सकते हैं जिनका उद्देश्य समाज में विभाजन पैदा करना हो।