बिहार

क्या देवगौड़ा-गुजराल जैसी कमजोर सरकार चाहते हैं नीतीश: सुशील मोदी

सुशील मोदी ने यह भी कहा कि क्या वे चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद-370 प्रभावी कर दी जाए और अलगाववादी नेताओं को रिहा कर उन्हें वार्ता के लिए बुलाया जाए, बिरयानी खिलाई जाए?

पटना: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने गुरुवार को कहा कि क्या नीतीश कुमार केंद्र की सत्ता में वे दिन लौटाना चाहते हैं, जब देवगौड़ा-गुजराल जैसे कमजोर प्रधानमंत्री होते थे और सरकार छह-सात महीनों में बदल जाती थी?उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को न कोई नाराजगी है, न वे विपक्षी मंच के संयोजक बनना चाहते हैं, बल्कि सिर्फ बदलाव चाहते हैं, तो उन्हें जनता को बताना चाहिए कि क्या-क्या बदलाव चाहते हैं?

सुशील मोदी ने यह भी कहा कि क्या वे चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद-370 प्रभावी कर दी जाए और अलगाववादी नेताओं को रिहा कर उन्हें वार्ता के लिए बुलाया जाए, बिरयानी खिलाई जाए?

मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने तो अनुच्छेद-370, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दे पर केंद्र सरकार का समर्थन किया था। अब क्या वे अपने फैसले को गलत मानते हैं? क्या नीतीश कुमार किसान सम्मान निधि की शुरुआत, फौरी तीन तलाक पर रोक और सामान्य वर्ग के युवाओं को 10 फीसद आरक्षण (ईडब्लूएस कोटा) जैसे ऐतिहासिक फैसले भी बदल देना चाहते हैं?

सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को चुनौती दी कि यदि हिम्मत हो, तो नीतीश कुमार घोषणा करें कि यदि उनके मन की सरकार बने तो वे मोदी सरकार की जन-धन खाता, वन रैंक-वन पेंशन, गरीबों को मुफ्त राशन और आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं बंद करा देंगे।