मुजफ्फरपुरः पत्रकारिता में दशक भर से अपने जीवन को होम कर देने वाले मुजफ्फरपुर निवासी विवेक चंद्रा को वैशाली पुलिस ने निर्दयता के साथ पिटाई की है। विवेक ने कई सरोकारी डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का निर्माण किया है। द बिग पोस्ट के जरिए लिखते हैं। वैशाली पुलिस ने ट्रैफिक नियम का हवाला देकर विवेक की पिटाई की है। बिहार में पहले भी पत्रकार सुरक्षित नहीं थे। आज भी कमोवेश वहीं हाल है। वर्दी की आड़ में काली कारगुजारी को अंजाम देने वाले कुछ पुलिसकर्मियों की वजह से पूरा महकमा बदनाम हो जाता है। यदि किसी ने नियम का उल्लंघन भी किया, तो क्या उसकी सजा ये होती है? दोषी पुलिकर्मियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इस मामले को लेकर भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह, राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज़ हसन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक पांडेय, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एस एन श्याम,अनमोल कुमार प्रशांत कुमार, सुधांशु जी सहित अन्य बिहार इकाई से जुड़े पत्रकारों ने कड़ी निंदा करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री से दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाई की मांग की है।
Comment here
You must be logged in to post a comment.