पटना: मॉनसून के दौरान बिहार में आकाशीय बिजली (ठनका) से अब तक 161 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ठनका से बचने के लिए सभी सरकारी इमारतों पर तड़ित चालक लगाने का फैसला लिया है। साथ ही बिहार राज्य आपदा प्रदंधन प्राधिकरण की ओर से जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसके जरिए ग्रामीण इलाके के लोगों को ठनका से बचने के लिए जागरुक किया जाएगा। साथ ही वज्रपात की सूचना तुरंत लोगों के पास पहुंचेगी। बिहार के सभी शहरी और ग्रामीण इलाकों के सरकारी भवनों पर जल्द तड़ित चालक लगेंगे।
सीएम ने इसे लगाने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी विद्यालय, पंचायत भवन, प्रखंड, अंचल, अनुमंडल कार्यालय सहित अन्य सरकारी भवनों पर तड़ित चालक लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही निजी भवनों पर तड़ित चालक लगाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करें।
वज्रपात की घटनाओं पर सीएम ने की उच्चस्तरीय बैठक
सीएम नीतीश कुमार ने वज्रपात की घटनाओं पर शुक्रवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और पदाधिकारियों को कई निर्देश दिये। एक अणे मार्ग में हुई इस बैठक में वज्रपात के संभावित खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करने एवं इससे होने वाली मौत की घटनाओं में कमी लाने पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में संभावित ठनका गिरने की पूर्व सूचना प्राप्त हो, उन इलाकों के लोगों को तत्काल इसकी जानकारी टीवी, सोशल मीडिया, SMS, मोबाइल, रेडियो सहित अन्य माध्यमों से दी जाए। साथ ही पंचायती राज प्रतिनिधियों को भी संभावित वज्रपात की चेतावनी SMS से समय पर दें।
मृतक के आश्रित को 4 लाख का अनुदान वक्त पर मिले
मुख्यमंत्री ने कहा कि वज्रपात से हुई मौत पर मृतक के आश्रित को 4 लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान देने का प्रावधान है। यह अनुग्रह अनुदान वक्त पर पीड़ित के परिजनों को उपलब्ध कराएं। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चलाया जाय। जागरूकता अभियान में और अधिक तेजी लाकर निचले स्तर तक के लोगों तक को जागरूक करें।